Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Apr, 2025 07:22 AM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन इस बर्बर हमले की सबसे दर्दनाक कहानी उन कई चेहरों में से एक की है—लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की। अभी शादी के मंडप की खुशबू भी घर से गई नहीं थी कि आतंक की एक गोली ने नवविवाहित...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन इस बर्बर हमले की सबसे दर्दनाक कहानी उन कई चेहरों में से एक की है—लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की। अभी शादी के मंडप की खुशबू भी घर से गई नहीं थी कि आतंक की एक गोली ने नवविवाहित जोड़े का पूरा भविष्य लहूलुहान कर दिया।
बैसरन बना खूनी मैदान
पहलगाम के पास स्थित बैसरन का हरा-भरा घास का मैदान, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ भी कहा जाता है, आमतौर पर सैलानियों से गुलजार रहता है। यही खूबसूरत जगह 22 अप्रैल को खून से सन गई, जब वहां मौजूद पर्यटकों पर आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया। बैसरन तक पहुंचने का रास्ता केवल पैदल या टट्टुओं के सहारे ही तय किया जा सकता है, और शायद इसी सुनसान रास्ते को हमलावरों ने अपने नापाक मंसूबों के लिए चुना।
6 दिन पहले हुई थी शादी
करनाल (हरियाणा) के सेक्टर-7 में रहने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल ने 16 अप्रैल को हिमांशी से शादी की थी। 19 अप्रैल को रिसेप्शन के बाद दोनों हनीमून के लिए कश्मीर रवाना हुए थे। विनय भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात थे और कोच्चि में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। 28 साल की उम्र में, जब जिंदगी अपने सबसे खूबसूरत मोड़ पर थी, विनय को आतंकियों की गोलियों ने हमसे छीन लिया।
‘प्लीज मेरे पति को बचा लो...’
हमले के बाद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें महिलाएं चीखती-चिल्लाती नज़र आ रही हैं। एक महिला की आवाज़ दिल को चीरने वाली है—“प्लीज मेरे पति को बचा लो…”। वो हिमांशी थीं, विनय की पत्नी। शादी के बाद पहली बार पति के साथ बाहर घूमने निकलीं, लेकिन वापस लौटीं अकेली और बिखरी हुई।
परिवार में पसरा मातम
विनय नरवाल मूल रूप से करनाल के भूसली गांव के रहने वाले थे, लेकिन उनका परिवार अब सेक्टर-7 में रहता है। घर में मां, पिता और एक बहन हैं। जैसे ही ये दुखद खबर परिवार तक पहुंची, पूरे मोहल्ले में मातम छा गया। पड़ोसियों का कहना है कि विनय एक होनहार और अनुशासित बेटा था।
देशभर में आक्रोश, नेताओं ने की निंदा
विनय नरवाल की शहादत की खबर से न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश में आक्रोश है। कई राजनीतिक नेताओं ने इस हमले की निंदा करते हुए सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है।