Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 15 Apr, 2025 10:31 AM
पटना से बड़ी खबर आई है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से रिश्ता खत्म करने की घोषणा कर दी है।
नेशलन डेस्क: पटना से बड़ी खबर आई है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से रिश्ता खत्म करने की घोषणा कर दी है। खास बात यह रही कि यह ऐलान अंबेडकर जयंती के दिन एक बड़े मंच से किया गया, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और दलित सेना के पदाधिकारी मौजूद थे। पटना के बापू सभागार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित संकल्प महासम्मेलन के मंच से पशुपति पारस ने खुले शब्दों में कहा, "आज से हमारा NDA से कोई संबंध नहीं रहेगा। हम अब एक नया बिहार बनाएंगे। राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी को मजबूती देंगे।" इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी और दलित सेना की ओर से किया गया था। मंच पर पारस के साथ पूर्व सांसद सूरजभान सिंह भी मौजूद थे, जिन्होंने अपने बयान से सियासी पारा और चढ़ा दिया। सूरजभान सिंह ने कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान का नाम लिए बिना उन पर तंज कसते हुए कहा, "दोनों परिवारों की सच्चाई हमें पता है। समय आने पर सबकी पोल खोलेंगे। जो टूट और पुट इनके परिवार में है, वो पारस जी और राजकुमार ही बताएंगे।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि, "हम तो कहीं बीच में हैं नहीं। जेडीयू और बीजेपी वाले ही बताएंगे कि असल सच्चाई क्या है।"
आने वाले चुनावों पर इशारा
पारस ने स्पष्ट किया कि अब उनकी पार्टी अकेले अपनी ताकत पर बिहार की राजनीति में उतरने को तैयार है। उन्होंने कहा, "जब चुनाव का समय आएगा, तब निर्णय लेंगे कि किस गठबंधन में जाना है। जहां उचित सम्मान और स्थान मिलेगा, वहीं जाएंगे।" यह बयान न सिर्फ NDA से अलगाव की पुष्टि करता है, बल्कि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में नई समीकरणों की ओर भी इशारा करता है।
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। एक ओर पशुपति पारस ने NDA से दूरी बना ली है, दूसरी ओर चिराग पासवान पहले ही NDA के साथ दिखते रहे हैं। ऐसे में पासवान परिवार की सियासी लड़ाई एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है।