Edited By Harman Kaur,Updated: 11 Mar, 2025 12:23 PM

आजकल हर कोई आपने आपको स्लिम और फिट दिखने की दौड़ में लगा हुआ है, लेकिन कभी-कभी यह जुनून जान के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। ऐसा ही एक ताजा मामला केरल के कन्नूर जिले से सामने आया है। जहां एक 18 साल की लड़की श्रीनंदा की मौत का कारण भी अत्यधिक...
नेशनल डेस्क: आजकल हर कोई आपने आपको स्लिम और फिट दिखने की दौड़ में लगा हुआ है, लेकिन कभी-कभी यह जुनून जान के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। ऐसा ही एक ताजा मामला केरल के कन्नूर जिले से सामने आया है। जहां एक 18 साल की लड़की श्रीनंदा की मौत का कारण भी अत्यधिक डाइटिंग और वजन घटाने का जुनून था।
वजन बढ़ने के डर से महीनों तक खाना छोड़ा
दरअसल, श्रीनंदा को अपनी सेहत के बारे में बहुत डर था और उसने वजन बढ़ने के डर से महीनों तक खाना छोड़ दिया। उसका वजन इतना घटा कि उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया। करीब 12 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद उसकी जान चली गई।
सिर्फ 24 किलो रह गया था वजन
डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल लाने के समय श्रीनंदा का वजन महज 24 किलो था। उसका ब्लड शुगर, सोडियम और ब्लड प्रेशर बेहद कम हो गया था। डॉक्टरों ने बहुत कोशिश की, लेकिन श्रीनंदा को बचाया नहीं जा सका। रिश्तेदारों का कहना है कि श्रीनंदा ने यह सब अपने माता-पिता से छुपाया था और अकेले ही अपने शरीर को नुकसान पहुंचाती रही। डॉक्टरों का मानना है कि उसे एनोरेक्सिया नर्वोसा नामक मानसिक बीमारी हो सकती है, जिसमें व्यक्ति खुद को मोटा समझता है, जबकि उसका वजन बेहद कम होता है।
सोशल मीडिया डाइट प्लान और इसकी खतरनाक नकल
श्रीनंदा ने सोशल मीडिया पर देखे गए डाइट प्लान को फॉलो करना शुरू किया और वह केवल गर्म पानी पर निर्भर हो गई। इसके साथ ही वह घंटों तक कसरत करती और खाने से परहेज करती थी। चिकित्सकों की सलाह है कि युवा सोशल मीडिया पर दिखाए गए डाइट चार्ट को न अपनाएं, क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि अनावश्यक डाइटिंग से बचना चाहिए और सही मार्गदर्शन के तहत ही वजन घटाना चाहिए।