Edited By rajesh kumar,Updated: 18 Jan, 2025 06:55 PM
चीन के झेजियांग प्रांत के निंगबो शहर से एक दिलचस्प घटना सामने आई है। यहां एक कर्मचारी ने अपनी कंपनी की पार्टी में लॉटरी के जरिए 6 मिलियन युआन (करीब ₹7.10 करोड़) का जैकपॉट जीता, लेकिन उसकी खुशी ज्यादा देर नहीं टिक पाई।
नेशनल डेस्क: चीन के झेजियांग प्रांत के निंगबो शहर से एक दिलचस्प घटना सामने आई है। यहां एक कर्मचारी ने अपनी कंपनी की पार्टी में लॉटरी के जरिए 6 मिलियन युआन (करीब ₹7.10 करोड़) का जैकपॉट जीता, लेकिन उसकी खुशी ज्यादा देर नहीं टिक पाई। कंपनी ने उस कर्मचारी से इनाम वापस करने की मांग की ताकि यह राशि सभी कर्मचारियों में बांटी जा सके। यह घटना मार्च 2019 की है, लेकिन हाल ही में वसंत महोत्सव के दौरान यह मामला फिर से सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है।
वसंत महोत्सव के दौरान कंपनियां अक्सर इस तरह की पार्टियों का आयोजन करती हैं, जिसमें लॉटरी टिकट बांटे जाते हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग मानते हैं कि इस कहानी को दोबारा उछालने का मकसद लॉटरी टिकटों की बिक्री को बढ़ावा देना है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर बहस भी शुरू हो गई है। कुछ लोग विजेता के पक्ष में हैं, जबकि कुछ का कहना है कि कंपनी का फैसला सही था।
कैसे जीता जैकपॉट?
कंपनी ने अपने वार्षिक कार्यक्रम के लिए स्थानीय स्टेशन से 500 से अधिक लॉटरी टिकट खरीदे थे और हर कर्मचारी को एक-एक टिकट दिया गया था। जब जैकपॉट की घोषणा हुई, तो एक कर्मचारी ने 6 मिलियन युआन का बड़ा इनाम जीता। यह खबर कंपनी में फैलते ही चर्चा का विषय बन गई। कुछ कर्मचारियों ने मजाक में सोशल मीडिया पर लिखा, "हमारी कंपनी जॉइन करें, यहां जैकपॉट जीतना आम बात है!" वहीं, दूसरे ने लिखा, "यह शायद मेरे जीवन में सबसे बड़े इनाम के करीब पहुंचने का मौका है।"
कंपनी ने क्यों मांगा पैसा वापस?
कंपनी ने विजेता से यह कहते हुए इनाम वापस करने को कहा कि यह रकम सभी कर्मचारियों में बांटी जानी चाहिए, क्योंकि लॉटरी टिकट सामूहिक रूप से खरीदी गई थी। हालांकि, विजेता ने टिकट लौटाने से मना कर दिया, जिससे मामला गर्म हो गया। यह विवाद इतना बढ़ा कि इसे सुलझाने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराना पड़ा। इस घटना ने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच बहस छेड़ दी है। कुछ लोग मानते हैं कि विजेता को उसका हक मिलना चाहिए, जबकि दूसरों का कहना है कि कंपनी का फैसला सही था क्योंकि लॉटरी सामूहिक रूप से खरीदी गई थी।