Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Sep, 2024 01:09 PM
कानपुर में एक व्यक्ति की दर्दभरी कहानी सामने आई है, जहाँ उसने लव मैरिज के बाद अपनी पत्नी को पढ़ाया-लिखाया और उसे सरकारी नौकरी दिलाई, लेकिन बाद में वही पत्नी उसे छोड़कर चली गई।
नेशनल डेस्क: कानपुर में एक व्यक्ति की दर्दभरी कहानी सामने आई है, जहाँ उसने लव मैरिज के बाद अपनी पत्नी को पढ़ाया-लिखाया और उसे सरकारी नौकरी दिलाई, लेकिन बाद में वही पत्नी उसे छोड़कर चली गई।
कानपुर के शिवांशु अवस्थी और मीनाक्षी शुक्ला की प्रेम कहानी ने शादी के 15 साल बाद तलाक का मोड़ ले लिया। 2008 में दोनों ने प्रेम विवाह किया था, लेकिन सरकारी नौकरी लगने के कुछ समय बाद रिश्तों में खटास आ गई, और मामला तलाक तक पहुंच गया। आइए जानते हैं इस रिश्ते की पूरी कहानी....
पढ़ाई से शुरू हुई प्रेम कहानी
कानपुर के यशोदा नगर निवासी शिवांशु अवस्थी और मीनाक्षी शुक्ला की मुलाकात कानपुर यूनिवर्सिटी में बी.फार्मा के दौरान हुई। दोस्ती के बाद दोनों का प्यार परवान चढ़ा, और 2008 में दोनों ने लव मैरिज कर ली। शादी के बाद दोनों के परिवार खुश थे। धीरे-धीरे उनके दो बच्चे भी हुए। उस वक्त मीनाक्षी जॉब नहीं करती थीं, जबकि शिवांशु एक निजी नौकरी कर रहे थे।
सरकारी नौकरी के बाद रिश्तों में बदलाव
शिवांशु बताते हैं कि मीनाक्षी के सपने ऊंचे थे, और वह सरकारी नौकरी करना चाहती थीं। शिवांशु ने अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए उसे कोचिंग करवाई और 2009-10 में बीएड पूरा कराया। आखिरकार, 2015 में मीनाक्षी को सरकारी टीचर की नौकरी मिल गई।
आरोप है कि सरकारी नौकरी लगते ही मीनाक्षी का व्यवहार बदल गया। उसने शिवांशु के घर में रहने से इनकार कर दिया, यह कहते हुए कि शिवांशु की मां बीमार रहती हैं और उनकी देखभाल के लिए नौकर रखना चाहिए। इस बात को लेकर परिवार में काफी विवाद हुआ, और मीनाक्षी घर छोड़कर चली गई। वह छोटे बेटे को साथ लेकर इटावा में बस गई और वहीं जॉब करने लगी, बाद में उनका ट्रांसफर औरैया हो गया।
तलाक की ओर बढ़ते कदम
शिवांशु ने पत्नी को वापस लाने की कई कोशिशें कीं, लेकिन मीनाक्षी नहीं लौटीं। इस बीच, मीनाक्षी ने बड़े बेटे की कस्टडी के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर दी और साथ ही शिवांशु के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज करा दिया।
तंग आकर, शिवांशु ने तलाक की अर्जी दायर की। मीनाक्षी कोर्ट की तारीखों पर नहीं आती थी, जिससे परेशान होकर शिवांशु ने एकतरफा तलाक की अपील की। कोर्ट ने शिवांशु की अर्जी को मंजूर करते हुए उन्हें तलाक दे दिया। शिवांशु के वकील के मुताबिक, कोर्ट ने माना कि कपल लंबे समय से साथ नहीं रह रहा है और पत्नी कोर्ट में उपस्थित नहीं हो रही, इसलिए शिवांशु तलाक के हकदार हैं। हालांकि, अभी भी दहेज प्रताड़ना और बेटे की कस्टडी का मामला कोर्ट में लंबित है, जिसका फैसला बाद में होगा।