Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 11 Jan, 2025 04:05 PM
यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि बच्चों को सुरक्षित वातावरण में पढ़ना चाहिए। स्कूलों में शिक्षकों को बच्चों के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण नहीं करना चाहिए। सरकार को इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
नेशनल डेस्क: भोपाल के सेंट माइकल स्कूल में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। स्कूल के एक शिक्षक ने एक छात्र को इतनी बुरी तरह पीटा कि उसके दोनों पैरों की चमड़ी उखड़ गई। इस घटना के बाद स्कूल प्रबंधन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, 9 जनवरी को स्कूल में दो छात्रों के बीच मामूली कहासुनी हो गई। इस दौरान एक शिक्षक अबान मौके पर पहुंचे और उन्होंने एक छात्र को फुटबॉल की तरह लात मारना शुरू कर दिया। इस हमले में छात्र के दोनों पैरों की पिंडलियों की चमड़ी उखड़ गई। पीड़ित छात्र कक्षा 11वीं का छात्र है। छात्र ने आरोप लगाया है कि इससे पहले भी शिक्षक उसके साथ मारपीट कर चुके हैं।
परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
घटना की जानकारी मिलने पर छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन और जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से शिकायत की। DEO नरेंद्र अहिरवार ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिल गई है और उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक जांच कमेटी का गठन किया गया है जो स्कूल में जाकर छात्र और शिक्षक के बयान लेगी और सीसीटीवी फुटेज की जांच करेगी। DEO ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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स्कूल प्रबंधन का क्या कहना है?
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें अभी तक इस मामले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, वे जांच में सहयोग करेंगे। यह घटना एक बार फिर शिक्षकों द्वारा छात्रों के शारीरिक शोषण के मुद्दे को उजागर करती है। इस घटना ने समाज में चिंता पैदा कर दी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर शिक्षक इतनी बर्बरता क्यों कर रहे हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चों के साथ शारीरिक शोषण से उनका मानसिक विकास प्रभावित होता है। इससे बच्चों में आक्रामकता, चिंता और तनाव जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
इस मामले में जांच जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चल पाएगा कि शिक्षक के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।