Edited By Mahima,Updated: 13 Jan, 2025 04:12 PM
महाकुंभ 2025 में आई एक साध्वी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में साध्वी ने संन्यास जीवन अपनाने की वजह बताते हुए कहा कि उन्हें सुकून पाने के लिए यह रास्ता चुना। वीडियो पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, कुछ लोग साध्वी की आस्था और...
नेशनल डेस्क: महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी से हो चुका है और यह पावन पर्व 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान के लिए पहुंच चुके हैं। महाकुंभ हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत, योगी और तपस्वी शामिल होते हैं। सोशल मीडिया पर भी इस महाकुंभ के अद्भुत नजारे खूब वायरल हो रहे हैं। इस बीच, महाकुंभ में आई एक साध्वी का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने संन्यास जीवन अपनाने की अपनी वजह साझा की।
वायरल वीडियो में साध्वी एक रथ पर सवार होकर महिला पत्रकार के साथ बातचीत करती हुई नजर आ रही हैं। पत्रकार साध्वी से पूछती हैं, “आप इतनी सुंदर हैं, फिर आपने संन्यासी जीवन क्यों चुना?” साध्वी मुस्कुराते हुए जवाब देती हैं, “जो करना था, वह मैंने किया। अब मैंने सब कुछ छोड़ दिया है और यहां पर सुकून पाने के लिए आई हूं।” साध्वी ने यह भी बताया कि वह उत्तराखंड से आई हैं और आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या हैं। इसके बाद पत्रकार ने साध्वी से यह भी पूछा कि क्या उन्हें कभी संन्यासी जीवन छोड़कर कुछ और करने का मन नहीं हुआ? इस सवाल के जवाब में साध्वी ने कहा, “मुझे जो करना था, वह सब कर लिया है। मैंने एक अच्छा जीवन जीने की कोशिश की, लेकिन अब मुझे सुकून की तलाश थी और इस जीवन में वह सुकून मुझे मिल रहा है।” साध्वी ने अपनी उम्र 30 साल बताई और कहा कि वह पिछले दो सालों से संन्यासी जीवन जी रही हैं।
साध्वी का यह वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को इंस्टाग्राम अकाउंट @pyari_shubhi से साझा किया गया, जिसे लाखों लोगों ने देखा और लाइक किया है। इस वीडियो पर यूजर्स की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग साध्वी के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ ने उनके लुक और मेकअप को लेकर सवाल उठाए हैं। एक यूजर ने कमेंट किया, “साध्वी लोग हेयर कलर, आईब्रो और मेकअप नहीं करते, फिर भी यह साध्वी 2 साल से संन्यासी जीवन में हैं और ऐसा दिख रही हैं।” दूसरे यूजर ने लिखा, “साध्वी का मतलब सादगी होता है, लेकिन इस वीडियो में तो मेकअप और सुंदरता ही नजर आ रही है।” एक अन्य ने मजाक करते हुए लिखा, “चल-चल दोस्त, गाड़ी निकाल, कुंभ मेले में बाबा बनते हैं।”
इस वीडियो पर कुछ यूजर्स ने संन्यासी जीवन और साध्वी के निर्णय को गंभीरता से लिया, जबकि कुछ ने इसे मनोरंजन का हिस्सा मानते हुए मजाक उड़ाया। एक यूजर ने लिखा, “संतों की तपस्या भंग करने आई हैं यह साध्वी।” वहीं, एक और यूजर ने टिप्पणी की, “साध्वी केवल माता देवहूति या माता अनसूया को कहा जा सकता है, उनके बाद से किसी को साध्वी कहना इस उपाधि का अपमान है।” इस तरह से वीडियो के कमेंट बॉक्स में प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी है।
साध्वी का यह वीडियो न केवल महाकुंभ की धार्मिक प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह दिखाता है कि आस्था, जीवन के उद्देश्य और साधना को लेकर समाज में कितनी विविधताएं हैं। यह वीडियो धर्म, जीवन के उद्देश्य और आस्था के अलग-अलग दृष्टिकोणों पर भी सवाल उठाता है। जहां एक ओर लोग संन्यासी जीवन को पूरी तरह से त्याग और तपस्या से जोड़ते हैं, वहीं दूसरी ओर इस वीडियो के माध्यम से यह दिखाया गया है कि कुछ लोग जीवन के नए उद्देश्य की तलाश में एक अलग रास्ता चुनते हैं। महाकुंभ 2025 में साध्वी का यह वीडियो न केवल एक साध्वी के जीवन के इस मोड़ को उजागर करता है, बल्कि यह समाज में भक्ति, साधना और सादगी के बारे में चल रही बहस को भी उकसाता है। इस वीडियो ने कई लोगों को यह सोचने पर मजबूर किया कि आखिर क्या सचमुच सादगी और तपस्या का मतलब केवल बाहरी रूप से साधना करना होता है या फिर यह आंतरिक शांति और संतुलन पाने का एक माध्यम भी हो सकता है।