Edited By Pardeep,Updated: 29 Jan, 2025 07:58 AM
प्रयागराज महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में अभी तक कई लोगों केघायल की सूचना है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को...
नेशनल डेस्कः प्रयागराज महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में अभी तक कई लोगों केघायल की सूचना है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई। 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद् का फैसला, आज नहीं होगा अमृत स्नान
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद अखाड़ा परिषद् ने फैसला किया है कि मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान नहीं होगा। यह जानकारी अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने दी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ प्रयागराज में आज भगदड़ की घटना मचने के बाद अखाड़े ने मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान का कार्यक्रम पूरी तरह रद्द कर दिया है। अब आज कोई भी अखाड़ा अमृत स्नान नहीं करेगा। अखाड़े ने अपने जुलूस भी वापस शिविरों में बुला लिए हैं।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई। इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया।
बता दें महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान है, जिसके चलते हर तरफ श्रद्धालु ही दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। इससे ठीक, एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। मेला क्षेत्र और शहर में साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए। सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।