Edited By Mahima,Updated: 27 Jan, 2025 11:21 AM
महाकुंभ 2025 में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू शामिल होंगे। अमित शाह संगम में स्नान करेंगे, हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन करेंगे। सीएम योगी के साथ वह जूना अखाड़ा जाएंगे। किरन रिजिजू...
नेशनल डेस्क: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से श्रद्धालु हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं। महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है और इस बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस पवित्र अवसर पर श्रद्धालुओं के साथ संगम में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान उनके साथ रहेंगे। अमित शाह का यह महाकुंभ का 10वां दौरा होगा, जिसमें उन्होंने अब तक 9 कुंभ और अर्धकुंभ में हिस्सा लिया है। इस बार, वह महाकुंभ में आयोजित विशेष धार्मिक गतिविधियों में भाग लेंगे। गृहमंत्री ने इस अवसर पर अपने 'X' अकाउंट (पूर्व में ट्विटर) पर संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने महाकुंभ को केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि भारत की विविधता, आस्था और ज्ञान परंपरा का संगम बताया। उन्होंने लिखा, "महाकुंभ सनातन धर्म का महासमागम है, जो समरसता और समानता का संदेश देता है। मैं प्रयागराज में स्नान और पूजा करने के लिए उत्साहित हूं।"
हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थल
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज, 27 जनवरी 2025 को सुबह 11 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे। उनका पहला कदम संगम क्षेत्र की ओर होगा, जहां वह गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पवित्र जल में डुबकी लगाएंगे। इसके बाद, वह महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थित बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगे और पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद, वह पवित्र अक्षयवट के दर्शन भी करेंगे, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थल है। इस दौरान, अमित शाह प्रमुख संतों और शंकराचार्यों से मुलाकात भी करेंगे। अमित शाह के इस दौरे में सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ होंगे। दोनों नेता संगम में स्नान करेंगे और बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। इसके बाद, वह अक्षयवट के दर्शन करेंगे और जूना अखाड़ा भी जाएंगे, जो महाकुंभ का एक प्रमुख स्थल है। इसके बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमित शाह उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ मानव उत्थान सेवा समिति के शिविर का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान, वह श्रृंगेरी, पुरी और द्वारका पीठ के शंकराचार्यों से भी शिष्टाचार मुलाकात करेंगे।
केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू भी होंगे शामिल
महाकुंभ में केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू भी शामिल होंगे। वह दोपहर 2:40 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे और संगम में डुबकी लगाएंगे। इसके बाद वह गंगा पूजन करेंगे और शाम 4:30 बजे सेक्टर-8 स्थित बुद्ध संगम शिविर का दौरा करेंगे। इसके बाद, वह विश्व हिंदू परिषद के शिविर में बुद्ध सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे, जो महाकुंभ के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक है।
धार्मिक आयोजन नहीं, भारतीय संस्कृति, आस्था और समरसता का प्रतीक
महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, आस्था और समरसता का प्रतीक है। इस आयोजन में देश-विदेश के करोड़ों लोग आते हैं, जो गंगा, यमुना और सरस्वती संगम में पवित्र स्नान करते हैं। महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है और यह भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक माना जाता है। इस साल के महाकुंभ का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि इस दौरान लाखों लोग एकत्र होकर धार्मिक अनुष्ठान, साधु-संतों से आशीर्वाद और सामाजिक एकता का संदेश प्राप्त कर रहे हैं। महाकुंभ में भाग लेने के लिए श्रद्धालु विश्वभर से आते हैं, और यह मेला भारतीय आस्था, संस्कृति और समृद्ध धार्मिक परंपराओं का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। महाकुंभ 2025 में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू का दौरा इस आयोजन को और भी ऐतिहासिक बना रहा है। यह धार्मिक यात्रा न केवल तीर्थाटन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि देश के सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी प्रकट करती है। इस बार महाकुंभ में सभी धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के संगम ने इसे एक अद्वितीय और यादगार आयोजन बना दिया है।