Edited By Parminder Kaur,Updated: 06 Jan, 2025 03:13 PM
संगल नगर प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन अब कुछ ही दिन दूर है। 13 जनवरी से शुरू होने वाला यह धार्मिक और आध्यात्मिक महापर्व संगम तट पर आयोजित होगा। इस बार महाकुंभ का आयोजन विशेष रूप से भव्य, दिव्य और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने युद्ध...
नेशनल डेस्क. संगल नगर प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन अब कुछ ही दिन दूर है। 13 जनवरी से शुरू होने वाला यह धार्मिक और आध्यात्मिक महापर्व संगम तट पर आयोजित होगा। इस बार महाकुंभ का आयोजन विशेष रूप से भव्य, दिव्य और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार का उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे पूरी आस्था और श्रद्धा से इस पवित्र अवसर का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही 'महाकुंभ 2025' के लिए प्रशासन ने कई खास इंतजाम किए हैं।
महाकुंभ 2025 की खासियत
महाकुंभ इस बार और भी खास होगा। यह न केवल दिव्य और भव्य होगा, बल्कि डिजिटल, स्वच्छ और ग्रीन भी रहेगा। इसके साथ ही 'महाकुंभ 2025' में महिला सशक्तिकरण का एक अनूठा उदाहरण भी देखने को मिलेगा। इस बार महाकुंभ के आयोजन में महिलाओं को आगे बढ़ने और समाज में अपनी ताकत दिखाने का पूरा मौका मिलेगा।
दो महीने तक कन्याएं करेंगी आरती
महाकुंभ के दौरान संगम घाट पर 'जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति' द्वारा खास आयोजन किया जाएगा। इस दौरान कन्याएं आरती संपन्न कराएंगी। दो महीने तक कन्याएं डमरू और शंख बजाकर पूजा करेंगी और आरती के पात्र को हाथ में लेकर सभी रस्में अदा करेंगी। यह पहला अवसर होगा जब बड़े पैमाने पर होने वाली नियमित आरती को कन्याएं संपन्न करेंगी और यह एक महत्वपूर्ण संदेश भी देगी।
महिला सशक्तिकरण का संदेश
'जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति' के सदस्य कृष्ण दत्त तिवारी ने बताया, "इतने सालों के बाद प्रयागराज के पावन धरा पर यह महाकुंभ आयोजित होने जा रहा है। इस महाकुंभ के दौरान हम नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रहे हैं। महिलाएं और पुरुषों के बीच समानता की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह कदम लिया जा रहा है।" महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक महत्व के कारण खास होगा, बल्कि यह नारी सशक्तिकरण और समाज में महिलाओं की भूमिका को एक नई दिशा देने का भी प्रतीक बनेगा।