Edited By Tanuja,Updated: 15 Jan, 2025 11:52 AM
महाकुंभ 2025 ( Maha Kumbh 2025) अब केवल भारतीय आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति और भारतीय परंपराओं का परिचायक बन चुका ....
International Desk: महाकुंभ 2025 ( Maha Kumbh 2025) अब केवल भारतीय आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति और भारतीय परंपराओं का परिचायक बन चुका है। विदेशी तीर्थयात्रियों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि सनातन धर्म और भारतीय आध्यात्मिकता का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। महाकुंभ 2025 ने न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर में सनातन संस्कृति और भारतीय परंपराओं का परचम लहराया है। प्रयागराज में सोमवार को महाकुंभ का भव्य शुभारंभ हुआ, और खास बात यह है कि इस आयोजन को लेकर पाकिस्तान (akistan) समेत कई इस्लामिक देशों में भी गहरी दिलचस्पी देखी जा रही है।
गूगल ट्रेंड्स के आंकड़ों के अनुसार, महाकुंभ 2025 को सबसे ज्यादा सर्च करने वाला देश पाकिस्तान है। यह हैरानी की बात है कि भारत के पड़ोसी और अक्सर विरोधी देश में लोग इस भव्य आयोजन, इसकी भीड़, और इससे जुड़े अध्यात्मिक पहलुओं के बारे में गहराई से जानकारी ले रहे हैं। पाकिस्तान के बाद कतर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), और बहरीन जैसे इस्लामिक देशों ने महाकुंभ में गहरी रुचि दिखाई है। इनके अलावा, नेपाल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, ब्रिटेन, थाईलैंड और अमेरिका जैसे देशों के लोग भी महाकुंभ को गूगल पर सर्च कर रहे हैं। महाकुंभ के प्रति विदेशी श्रद्धालुओं का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। ब्राजील, जर्मनी, जापान, इंग्लैंड, अमेरिका और स्पेन जैसे देशों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं और संगम में डुबकी लगाकर भारतीय संस्कृति का अनुभव कर रहे हैं।
मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान 3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि त्रिवेणी संगम में स्नान कर करोड़ों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र आयोजन का पुण्य लाभ अर्जित किया। पाकिस्तान और अन्य इस्लामिक देशों में महाकुंभ को लेकर बढ़ती रुचि यह दिखाती है कि यह आयोजन धर्म, जाति, और देशों की सीमाओं से परे जाकर पूरी दुनिया को जोड़ने का माध्यम बन रहा है। महाकुंभ 2025 न केवल भारत का गौरव है, बल्कि यह विश्व भर में भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का संदेश फैला रहा है।