Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Jan, 2025 01:21 PM
महाकुंभ, जो देश-दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है, इस बार ठगी के नए तरीकों का शिकार हुआ। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ का फायदा उठाते हुए शातिर ठगों ने बाइक बुकिंग के नाम पर लोगों से भारी रकम वसूलनी शुरू कर दी थी।
नेशनल डेस्क: महाकुंभ, जो देश-दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है, इस बार ठगी के नए तरीकों का शिकार हुआ। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ का फायदा उठाते हुए शातिर ठगों ने बाइक बुकिंग के नाम पर लोगों से भारी रकम वसूलनी शुरू कर दी थी। महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं को पैदल संगत के पास पहुंचाने के नाम पर इन ठगों ने हजारों रुपये की ठगी की। पुलिस ने इस मामले में 8 बाइक सवारों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने श्रद्धालुओं से मोटी रकम वसूली थी।
कैसे हुई ठगी?
महाकुंभ में एक तरफ जहां श्रद्धालु पुण्य लाभ के लिए आते हैं, वहीं दूसरी ओर ठगों का नेटवर्क भी सक्रिय था। इस बार ठगों ने एक नया तरीका अपनाया था। महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए परिवहन सेवाएं पूरी तरह से फेल हो गई थीं, जिसके कारण श्रद्धालु पैदल चलने के लिए मजबूर थे। इन ठगों ने इसी का फायदा उठाया और बाइक पर बैठाकर उन्हें महज 3 किमी तक पहुंचाने के बदले 2 से 3 हजार रुपये वसूलने लगे। ठगों के इस गैंग ने श्रद्धालुओं की विवशता का फायदा उठाया और उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें ठगा।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
जब यह ठगी की शिकायत पुलिस तक पहुंची, तो सिविल लाइंस पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने महाकुंभ क्षेत्र के हनुमान मंदिर चौराहा, पत्थर गिरजाघर चौराहा और बिजली घर चौराहा जैसे प्रमुख स्थानों पर तैनात पुलिस टीमों द्वारा ठगों की तलाश शुरू की। इसके परिणामस्वरूप आठ बाइक सवारों को गिरफ्तार किया गया। इन ठगों में से कुछ लोग यूपी के विभिन्न जिलों के थे। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और गाड़ियों को भी जब्त कर लिया।
गिरफ्तार ठगों के नाम
गोलू तिवारी (अमवा, कौशांबी)
मुस्तकीम अहमद (रसूलपुर, कौशांबी)
जितेंद्र कुमार (लाल नगर, भदोही)
राकेश गुप्ता (प्रीतम नगर, धूमनगंज)
कैफी (पुरानी झूंसी)
अनुज पाल (मलाकराज रामबाग)
अखिलेश पटेल (इंद्रपुरी कालोनी, कीडगंज)
फरहान (राजेंद्र नगर, बलिया)
इन सभी आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वे पैसे कमाने के लालच में यह काम कर रहे थे और श्रद्धालुओं की मजबूरी का फायदा उठा रहे थे।
ठगी से बचने के उपाय क्या हैं?
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में ठगी की संभावना हमेशा रहती है। श्रद्धालुओं को सावधान रहना चाहिए और बिना सोच-समझे किसी से मदद न लें। अगर परिवहन सेवाएं न मिलें, तो पुलिस या अन्य सरकारी सहायता से संपर्क करें। साथ ही, पैदल जाने की बजाय सार्वजनिक परिवहन या अन्य सरकारी साधनों का इस्तेमाल करें ताकि ठगों के चंगुल में आने से बच सकें।