Edited By Mahima,Updated: 23 Nov, 2024 12:59 PM
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के रुझान में एनडीए को बढ़त मिल रही है, और एकनाथ शिंदे नई सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं। शिंदे आज इस्तीफा देंगे और नई सरकार 26 नवंबर को शपथ ले सकती है। महाविकास अघाड़ी की स्थिति निराशाजनक रही है, जिसमें आंतरिक असहमति और...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों के रुझान आते ही राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई, और धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो रहा है कि महाराष्ट्र में कौन सी पार्टी और गठबंधन सत्ता में आएंगे। महायुति (NDA) और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, और इस बार एक बार फिर से राज्य में सत्ता की लड़ाई ने अहम मोड़ लिया है।
रुझानों के अनुसार, महायुति, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), और अजित पवार गुट शामिल हैं, सत्ता में लौटती हुई दिख रही है। वहीं, महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं, फिलहाल बढ़त नहीं बना सकी है। इस परिणाम के बाद राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठ रहा है कि महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा और राज्य की नई सरकार का नेतृत्व कौन करेगा।
एकनाथ शिंदे देंगे इस्तीफा
राज्य की सत्ता के पल-पल बदलते समीकरणों के बीच, मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऐलान किया है कि वह आज शाम को राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौपेंगे। यह कदम शिंदे सरकार के लिए अप्रत्याशित नहीं है, क्योंकि इस समय तक के रुझानों के मुताबिक महायुति को स्पष्ट बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। एकनाथ शिंदे के इस्तीफे के बाद, विधानसभा में विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चुनाव किया जाएगा।
26 नवंबर को शपथ ग्रहण की संभावना
महाराष्ट्र की राजनीति में अब सबकी नजरें 26 नवंबर पर टिकी हैं, क्योंकि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह उसी दिन हो सकता है। इससे पहले 25 नवंबर को महायुति द्वारा विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री के चेहरे का चयन किया जाएगा। शिंदे गुट के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई असमंजस नहीं है, और वे इस पद के लिए एकनाथ शिंदे को ही अपना दावेदार मानते हैं। इसके बाद, राज्यपाल के सामने शिंदे गुट की नई सरकार शपथ ले सकती है। इसके साथ ही यह भी उम्मीद की जा रही है कि शिंदे सरकार के गठन के बाद, महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार का गठन होगा जो विकास कार्यों को गति दे सके और राज्य के जनता को बेहतर शासन प्रदान कर सके।
महाविकास अघाड़ी की स्थिति
दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी के लिए यह चुनाव काफी निराशाजनक साबित हो रहा है। गठबंधन के भीतर बढ़ते असंतोष और गठबंधन की अंदरूनी कमजोरियों के चलते, महाविकास अघाड़ी को बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), कांग्रेस, और एनसीपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर असमंजस और चुनावी रणनीतियों में विफलता ने महाविकास अघाड़ी के लिए स्थिति को मुश्किल बना दिया।मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे ने अपनी दावेदारी जरूर रखी थी, लेकिन गठबंधन में सीटों के बंटवारे और अन्य मुद्दों पर असहमति के चलते यह संभावना बहुत कम हो गई है कि महाविकास अघाड़ी इस बार सरकार बना सके।
महाराष्ट्र में सियासी बदलाव
महाराष्ट्र में चुनाव परिणामों के बाद सत्ता के समीकरणों में एक बार फिर से बदलाव आ सकता है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और भाजपा के गठबंधन को यदि स्पष्ट बहुमत मिलता है, तो यह महाविकास अघाड़ी की हार और महायुति की जीत का संकेत होगा। इससे यह भी साफ होता है कि महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे गुट) की राजनीतिक पकड़ मजबूत हुई है, और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का प्रभाव कम हुआ है। यह चुनाव परिणाम यह भी दर्शाते हैं कि महाराष्ट्र की राजनीति में गठबंधनों का महत्व बढ़ गया है और किसी भी राजनीतिक दल को अकेले चुनावी मैदान में जीतना अब आसान नहीं रहा। भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच तालमेल और अजित पवार गुट की रणनीतियों ने महाविकास अघाड़ी को पीछे छोड़ दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के रुझानों के मुताबिक महायुति के नेतृत्व में नई सरकार बनती दिख रही है, और 26 नवंबर को एकनाथ शिंदे शपथ ग्रहण कर सकते हैं। महाविकास अघाड़ी के कमजोर प्रदर्शन ने राज्य की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला दिया है। अगले कुछ दिनों में स्थिति और स्पष्ट होगी, लेकिन इस समय के रुझानों के मुताबिक शिंदे सरकार का गठन लगभग तय है। अब, सभी की नजरें 25 नवंबर की विधायक दल की बैठक पर टिकी हैं, जहां मुख्यमंत्री के चेहरे का चयन किया जाएगा, और उसके बाद राज्य में नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त होगा।