Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Dec, 2024 02:07 PM
महाराष्ट्र के परभणी जिले के गंगाखेड़ नाका इलाके में 26 दिसंबर की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। आरोप है कि महिला के पति को इस बात से नाराजगी थी कि उसकी पत्नी ने तीसरी...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के परभणी जिले के गंगाखेड़ नाका इलाके में 26 दिसंबर की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। आरोप है कि महिला के पति को इस बात से नाराजगी थी कि उसकी पत्नी ने तीसरी बार बेटी को जन्म दिया था। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जो काफी चौंकाने वाली और दुखद है।
घटना का ब्यौरा
पीड़िता की बहन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने बताया कि आरोपी कुंडलिक उत्तम काले अपनी पत्नी, 34 वर्षीय मैना कुंडलिक काले, को लगातार ताने मारता था और गाली-गलौज करता था। वजह थी कि मैना के घर तीन बेटियां हुई थीं, जिसे लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे।
26 दिसंबर की रात, यह विवाद इतना बढ़ गया कि कुंडलिक ने अपनी पत्नी के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग लगते ही मैना चीखते हुए इधर-उधर दौड़ने लगी। जब आसपास के लोगों ने यह देखा, तो उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन पेट्रोल की वजह से आग जल्दी नहीं बुझ पाई। काफी देर बाद आग बुझी, लेकिन तब तक मैना गंभीर रूप से झुलस चुकी थी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई
इस मामले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी कुंडलिक काले के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है, जबकि इस घटना की जांच जारी है। पुलिस ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
इलाके में गुस्से का माहौल
घटना के बाद से इलाके में गुस्से का माहौल है। लोग इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि समाज में बेटियों के प्रति नजरिया बदलने की जरूरत है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि समाज को बेटियों को लेकर अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए। इसके साथ ही, कानून को और सख्त तरीके से लागू करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है। इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज में महिला अधिकारों और बेटी के जन्म के प्रति सम्मान को लेकर और सुधार की आवश्यकता है।