Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Feb, 2025 08:47 AM
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दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (SAU) में महाशिवरात्रि के अवसर पर छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद हो गया। मामला मेस में व्रत के खाने और नॉन-वेज भोजन को एक साथ रखने को लेकर था। व्रत रखने वाले छात्रों का आरोप है कि उन्होंने पहले ही यूनिवर्सिटी...
नेशनल डेस्क: दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (SAU) में महाशिवरात्रि के अवसर पर छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद हो गया। मामला मेस में व्रत के खाने और नॉन-वेज भोजन को एक साथ रखने को लेकर था। व्रत रखने वाले छात्रों का आरोप है कि उन्होंने पहले ही यूनिवर्सिटी प्रशासन से अनुरोध किया था कि व्रत का भोजन और नॉन-वेज अलग-अलग रखा जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इस पर जब छात्रों ने विरोध किया, तो झगड़ा बढ़ गया और मारपीट तक पहुंच गया।
क्या है विवाद की वजह?
छात्रों के एक गुट का कहना है कि शिवरात्रि के दिन लगभग 110 छात्रों ने व्रत रखा था और उन्होंने पहले ही प्रशासन से सात्विक भोजन की अलग व्यवस्था करने की मांग की थी। हालांकि, जब वे मेस पहुंचे, तो वहां व्रत का खाना और मछली करी साथ रखी हुई थी। इस पर व्रतधारी छात्रों ने आपत्ति जताई और नॉन-वेज हटाने की मांग की। इसी दौरान झगड़ा हो गया, और दोनों पक्षों के बीच मारपीट तक की नौबत आ गई।
दूसरे गुट का क्या कहना है?
दूसरे गुट के छात्रों का कहना है कि मेस में खाने की जगह सीमित थी, इसलिए नॉन-वेज और व्रत का खाना साथ रखा गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि व्रतधारी छात्र नॉन-वेज हटाने की मांग के बजाय उसे फेंकने की जिद कर रहे थे, जिस कारण विवाद हुआ।
छात्रों ने लगाए गंभीर आरोप
विवाद के दौरान व्रतधारी छात्रों ने आरोप लगाया कि SFI से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने नॉन-वेज उनके खाने के पास रखवाया और जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई। वहीं, दूसरे गुट का कहना है कि व्रतधारी छात्रों ने पहले झगड़ा किया और उनसे जबरन मछली करी फेंकने को कहा।
यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी गई शिकायत
इस पूरे मामले को लेकर व्रतधारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को शिकायत दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और दोनों पक्षों की दलीलें सुनी जा रही हैं।