Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Oct, 2024 06:35 PM
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि ‘महायुति' गठबंधन अपनी सरकार द्वारा किये गए विकास कार्यों की बदौलत शानदार बहुमत के साथ राज्य की सत्ता में बना रहेगा।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि ‘महायुति' गठबंधन अपनी सरकार द्वारा किये गए विकास कार्यों की बदौलत शानदार बहुमत के साथ राज्य की सत्ता में बना रहेगा। शिंदे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना जल्द ही उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करेगी। पार्टी ने 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इस सप्ताह की शुरुआत में 45 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें शिंदे को ठाणे शहर के कोपरी-पंचपाखड़ी निर्वाचन क्षेत्र से तथा आधा दर्जन से अधिक कैबिनेट सदस्यों को उनकी संबद्ध सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम अपने विकास कार्यों और कल्याणकारी पहल की बदौलत भारी बहुमत के साथ सत्ता में बने रहेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘सीट बंटवारे को लेकर महायुति सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है और सभी चर्चाएं आम सहमति से हो रही हैं।'' महायुति में शिवसेना के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या उनकी पार्टी या प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी
शिंदे ने कहा, ‘‘धनुष-बाण (शिंदे नीत शिवसेना का चुनाव चिह्न) और जलता हुआ मशाल (शिवसेना-यूबीटी का चुनाव चिह्न) के बीच लोकसभा चुनाव में ही निर्णय हो गया था।'' उन्होंने कहा कि शिवसेना ने जितनी सीट पर उम्मीदवार उतारे थे उनमें से 47 प्रतिशत पर जीत दर्ज की थी जबकि शिवसेना (यूबीटी) ने जितनी सीट पर प्रत्याशी उतारे थे उनमें से 40 प्रतिशत सीट पर जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने अधिक सीट पर उम्मीदवार उतारे थे और झूठा विमर्श फैलाया था, इसके बावजूद भी उनकी हार हुई।
शिंदे ने कहा, ‘‘हमारी प्यारी बहनें हमें - अपने भाइयों को - समर्थन देंगी और विपक्ष को सरकार बनाने नहीं देंगी, जो लाडकी बहिन योजना को खत्म करना चाहता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘(शिवसेना-यूबीटी प्रमुख) उद्धव ठाकरे ने कहा है कि एमवीए (महा विकास आघाडी) इस योजना को बंद कर देगा और महायुति की अन्य पहल को रोक देगा, लेकिन लोग उन्हें यह मौका नहीं देंगे।'' राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होना है और मतगणना 23 नवंबर को होगी।