Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Aug, 2024 12:22 PM
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी की फैन फॉलोइंग न केवल आम लोगों में बल्कि खिलाड़ियों के बीच भी बहुत अधिक है। युवा क्रिकेटर धोनी को अपना आदर्श मानते हैं, कोई उन्हें बड़ा भाई समझता है, तो कोई माता-पिता के समान।...
नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी की फैन फॉलोइंग न केवल आम लोगों में बल्कि खिलाड़ियों के बीच भी बहुत अधिक है। युवा क्रिकेटर धोनी को अपना आदर्श मानते हैं, कोई उन्हें बड़ा भाई समझता है, तो कोई माता-पिता के समान। ऐसे ही एक युवा तेज गेंदबाज खलील अहमद ने हाल ही में धोनी के साथ अपने खास रिश्ते को लेकर अपनी भावनाओं का खुलासा किया है।
लोकप्रिय क्रिकेट कमेंटेटर आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए खलील अहमद ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया। खलील ने कहा कि धोनी उनके लिए न तो सिर्फ भाई हैं और न ही दोस्त, बल्कि वह उन्हें अपना गुरु मानते हैं। खलील ने इस इंटरव्यू में धोनी के साथ बिताए कुछ यादगार पलों को भी साझा किया।
खलील अहमद ने कहा कि वह बचपन से ही भारत के लिए पहला ओवर फेंकने का सपना देख रहे थे, क्योंकि उन्होंने जहीर खान को ऐसा करते हुए देखा था। एशिया कप 2018 के दौरान, जब महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें पहला ओवर फेंकने का मौका दिया, तो खलील बेहद उत्साहित थे। उन्होंने तुरंत गेंदबाजी करने की कोशिश की, क्योंकि उन्हें डर था कि अगर उन्होंने देरी की तो धोनी का मन बदल सकता है। इस तरह, धोनी ने खलील का सबसे बड़ा सपना पूरा किया।
कभी न भूलने वाला पल
आकाश चोपड़ा ने खलील से उस घटना के बारे में भी पूछा जब महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें फूल दिया था और उसकी तस्वीर वायरल हो गई थी। खलील ने बताया कि यह घटना न्यूजीलैंड दौरे की है, जब धोनी को उनके प्रशंसकों ने फूल दिए थे। धोनी ने वह फूल खलील को गिफ्ट कर दिया था। यह खलील के लिए एक ऐसा पल था जिसे वह कभी नहीं भूल सकते। इस घटना की फोटो किसी प्रशंसक ने ली थी, जो बाद में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।
खलील अहमद का क्रिकेट करियर
खलील अहमद ने अब तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 11 वनडे और 18 टी20 मैच खेले हैं। वनडे में उन्होंने 15 विकेट और टी20 में 16 विकेट हासिल किए हैं। खलील ने 2018 में हांगकांग के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, और यह मौका उन्हें महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही मिला था।