Edited By Rahul Rana,Updated: 30 Oct, 2024 05:02 PM
केदारनाथ में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। केदारनाथ धाम में बीच हवा में हिमालयन हेलीकॉप्टर के इंजन से अचानक धुआं निकलने लग गया जिसके बाद हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई।
नेशनल डेस्क। केदारनाथ में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। केदारनाथ धाम में बीच हवा में हिमालयन हेलीकॉप्टर के इंजन से अचानक धुआं निकलने लग गया जिसके बाद हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। हालांकि घटना में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। बता दें कि इससे पहले भी केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर से जुड़ी कई घटनाएं घट चुकी हैं। इसके बावजूद भी हेली कंपनियां सबक लेने को तैयार नहीं हैं।
बताया जा रहा है कि बीते दिन केदारनाथ धाम में शेरसी हेलीपैड से हिमालयन हेली का हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर केदारनाथ के लिए रवाना हुआ। हेलीकॉप्टर जैसे ही एमआई-17 हेलीपैड के नजदीक पहुंचा उसके इंजन से धुआं निकलने लगा। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका को भांपते हुए पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। इसके बाद हेलीकॉप्टर पर सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
पायलट की सूझबूझ से टली बड़ी घटना
इस मौके पर बातचीत करते हुए जिला पर्यटन अधिकारी और नोडल अधिकारी हेली सेवा राहुल चौबे ने बताया कि बीती 29 अक्टूबर को समय 12:05 बजे यात्रियों को लेकर जा रहे हिमालयन कंपनी के हेली में तकनीकी खराबी आ गई थी। फिलहाल इस हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। टेक्निकल टीम हेली की तकनीकी जांच कर रही है।
यात्रा के शुरुआती चरण में भी हुई थी आपातकाल लैंडिंग
केदारनाथ यात्रा के शुरुआती चरण में भी केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर की आपातकाल लैंडिंग करानी पड़ी थी। बता दें कि इसी वर्ष 24 मई को केदारनाथ में क्रिस्टल कंपनी के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। इसी हेलीकॉप्टर की 30 अगस्त को सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर मरम्मत के लिए लटका कर ले जा रहा था और थारू कैंप के समीप संतुलन बिगड़ने पर पायलट ने इसे खाली स्थान पर गिरा दिया था।
कांग्रेस ने भी उठाए सरकार पर सवाल
केदारघाटी में लगातार हो रही हेलीकॉप्टर की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस मोके पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हर साल 9 से 10 हेली सेवाएं संचालित हो रही हैं, जिनके धुंए से पर्यावरण को भारी मात्रा में नुकसान पहुंच रहा है। इसके अलावा इन हेली सेवाओं को सिंगल इंजन के भरोसे संचालित किया जा रहा है। ऐसे में कई बार हादसा होते-होते टला है, जबकि कई हादसे हो भी चुके हैं। बीते मंगलवार की घटना को देखकर मौके पर मौजूद तीर्थयात्री सदमे में हैं।