Edited By Tanuja,Updated: 11 Aug, 2024 11:54 AM
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि मालदीव भारत का “कोई साधारण पड़ोसी नहीं” है और इस बात पर जोर दिया कि नयी...
International Desk: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि मालदीव भारत का “कोई साधारण पड़ोसी नहीं” है और इस बात पर जोर दिया कि नयी दिल्ली उसका प्रोत्साहन करना जारी रखेगा और द्वीपीय देश के साथ मित्रता व्यक्त करने के व्यावहारिक तरीके ढूंढेगा। जयशंकर ने अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान यहां भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करते हुए यह भी बताया कि भारत अपने प्रवासियों को किस प्रकार महत्व देता है तथा भारतीय मूल के सदस्यों का विश्व भर में क्या प्रभाव है।
उनकी यात्रा का उद्देश्य पिछले वर्ष चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार ग्रहण करने के बाद द्विपक्षीय संबंधों को पुनः स्थापित करना है। मुइज्जू के पद संभालने के बाद भारत की ओर से देश की यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। मालदीव स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, देश में भारतीय प्रवासी समुदाय की संख्या लगभग 27,000 है। स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में उनकी मजबूत उपस्थिति है।
वहां भारतीय अकुशल श्रमिक हैं और उनमें से अधिकांश निर्माण क्षेत्र में लगे हुए हैं। प्रवासी कार्यक्रम से पहले जयशंकर ने राष्ट्रपति मुइज्जू से मुलाकात की और दोनों देशों तथा क्षेत्र के लोगों के लाभ के लिए भारत-मालदीव संबंधों को गहरा करने की नयी दिल्ली की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने डिजिटल माध्यम से मालदीव को 28 द्वीपों पर भारत से प्राप्त 11 करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत वाली एक विशाल जल एवं स्वच्छता परियोजना का उद्घाटन किया।