Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 03 Feb, 2025 06:36 PM
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के महाकुंभ पर दिए गए बयान ने राज्यसभा में हंगामा मचा दिया। सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान खरगे ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर बात की और कहा कि "हजारों लोग मारे गए थे।" इस बयान ने सदन में तुरंत हलचल...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के महाकुंभ पर दिए गए बयान ने राज्यसभा में हंगामा मचा दिया। सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान खरगे ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर बात की और कहा कि "हजारों लोग मारे गए थे।" इस बयान ने सदन में तुरंत हलचल मचा दी और सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें तुरंत बयान वापस लेने की अपील की।
क्या कहा था खरगे ने?
खरगे ने राज्यसभा में कहा कि महाकुंभ में पिछली बार भगदड़ के दौरान "हजारों लोग मारे गए थे।" इस बयान को सुनते ही सत्ता पक्ष के सांसदों ने विरोध करना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि ऐसे संवेदनशील विषय पर बिना सही जानकारी के आंकड़े देना गलत है। खरगे ने इसे अपना "अनुमान" बताया और सरकार से सही आंकड़े पेश करने की मांग की।
खरगे का स्पष्टीकरण
खरगे ने तुरंत अपना बयान स्पष्ट करते हुए कहा, "मैंने किसी को दोषी ठहराने के लिए हजारों मौतों का आंकड़ा नहीं दिया, लेकिन सही आंकड़ा सरकार को देना चाहिए। अगर मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगने के लिए तैयार हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका अनुमान था, और सरकार को यह जानकारी देनी चाहिए कि कितने लोग मरे और कितने लापता हैं।
धनखड़ का कड़ा रुख
सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में हर बयान का महत्व होता है, और यह भी ध्यान रखना चाहिए कि यहां से जो संदेश जाता है, वह पूरी दुनिया में पहुंचता है। धनखड़ ने कहा, "आपने जो आंकड़ा दिया, वह सभी को स्तब्ध करने वाला है। मैं आपसे अपील करता हूं कि इस बयान को वापस लें।"
महाकुंभ की भगदड़ और सरकारी आंकड़े
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में एक भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। सरकार के मुताबिक इस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन खरगे ने इसे "हजारों" के तौर पर प्रस्तुत किया था। इस पर सरकार ने स्पष्ट किया था कि मरने वालों की संख्या केवल 30 थी, न कि हजारों।
सत्तापक्ष का विरोध
सत्तापक्ष के सांसदों ने खरगे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था कि यह बयान पूरी तरह से आधारहीन था और सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया गया था। राज्यसभा में यह मुद्दा गर्माने के बाद खरगे को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी और उन्होंने इसे केवल अपना अनुमान बताया।
खरगे ने अपनी बातों का समापन करते हुए महाकुंभ में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान की सराहना की। खरगे ने कहा कि मनमोहन सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।