Edited By Radhika,Updated: 11 Mar, 2025 01:45 PM

राज्यसभा में विपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा पर पलटवार किया है। पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को प्रशिक्षण की सलाह देने वाले खुद ही सदन में समय पर नहीं आते हैं।
नेशनल डेस्क : राज्यसभा में विपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा पर पलटवार किया है। पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को प्रशिक्षण की सलाह देने वाले खुद ही सदन में समय पर नहीं आते हैं। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही उपसभापति हरिवंश जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवा रहे थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता और प्रबंधन संस्थान की परिषद के लिए निर्वाचन का प्रस्ताव पेश करने के लिए केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का नाम लिया, लेकिन वह सदन में उपस्थित नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति पर विपक्षी दलों ने आपत्ति जताते हुए इसे शर्मानाक बात बताया है। खरगे ने कहा कि बीते दिन जेपी नड्डा ने नसीहत दी थी कि सदस्यों को समय पर आने की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।
मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा पर तंज कसते हुए कहा, "मैं आपसे पूछता हूं, क्यों नहीं लेते आप ट्रेनिंग? आपके लोग समय पर नहीं आते, मंत्री भी नहीं आते... यह शर्म की बात है।" यह टिप्पणी उन्होंने सोमवार को की, जब विपक्षी दलों ने मतदाता सूची में कथित हेराफेरी और लोकसभा सीटों के परिसीमन के मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा किया था। आसन की ओर से इन मुद्दों पर चर्चा करने की मांग खारिज किए जाने के बाद विपक्षी दलों ने उच्च सदन से बहिर्गमन किया।
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने विपक्षी सदस्यों के राज्यसभा में व्यवहार की आलोचना की और कहा कि उन्हें सदन के नियमों को समझने के लिए रिफ्रेशर कोर्स करवाना चाहिए। नड्डा ने कहा, "हम चर्चा के लिए तैयार हैं, इसमें अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह की चर्चाएं हो सकती हैं, लेकिन विपक्ष नियमों को नहीं पढ़ता है।"
नड्डा ने विपक्षी सांसदों से कहा कि वे पहले सदन के नियमों को पढ़ें और फिर बहस करना सीखें। उन्होंने इसे विपक्ष का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया और कहा कि यह संसद और लोकतंत्र की छवि को खराब करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को नियमों को समझना जरूरी है।