Edited By Rahul Rana,Updated: 31 Dec, 2024 03:04 PM
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में रहने वाले हेमंत जैन को 23 साल बाद अपनी खरीदी हुई दुकान का मालिकाना हक मिल गया है। यह दुकान कभी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की थी। दरअसल आयकर विभाग ने दाऊद की इस दुकान को 2001 में नीलाम किया था जिसे हेमंत ने 2 लाख रुपये...
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में रहने वाले हेमंत जैन को 23 साल बाद अपनी खरीदी हुई दुकान का मालिकाना हक मिल गया है। यह दुकान कभी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की थी। दरअसल आयकर विभाग ने दाऊद की इस दुकान को 2001 में नीलाम किया था जिसे हेमंत ने 2 लाख रुपये में खरीद लिया था। हालांकि मालिकाना हक प्राप्त करने में उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई और संघर्ष करना पड़ा।
मुंबई की संकरी गली में स्थित दुकान यह दुकान मुंबई के जयराज भाई स्ट्रीट इलाके में एक संकरी गली में स्थित है जिसका क्षेत्रफल 144 वर्ग फीट है। दाऊद इब्राहिम की इस संपत्ति को 20 सितंबर 2001 को आयकर विभाग ने नीलाम किया था। हेमंत जैन ने अपने बड़े भाई पीयूष की मदद से इसे खरीदा था लेकिन उन्हें इस संपत्ति का असली मालिकाना हक पाने में 23 साल लग गए।
कानूनी जंग और संघर्ष नीलामी में दुकान खरीदने के बाद हेमंत जैन ने लगातार इसके मालिकाना हक को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी। इस दौरान उन्हें आयकर विभाग से भी कोई सहयोग नहीं मिला। यहां तक कि रजिस्ट्रार कार्यालय में नीलामी की फाइल 2017 में गायब हो गई थी। हेमंत ने कई बार प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र लिखे लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कई वर्षों तक संघर्ष करने के बाद हेमंत ने 19 सितंबर 2024 को आखिरकार इस दुकान का मालिकाना हक अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवा लिया। वर्तमान में इस दुकान पर दाऊद इब्राहिम के गुर्गों का कब्जा बताया जा रहा है। अब हेमंत ने इस संपत्ति पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वहीं यह घटना इस बात का प्रतीक है कि समय और संघर्ष से कोई भी समस्या हल हो सकती है अगर इंसान मजबूत इच्छाशक्ति के साथ प्रयास करता रहे।