मंदीप की कहानी: राष्ट्रीय कल्याण के लिए समर्पित एक वकील

Edited By Parminder Kaur,Updated: 20 Nov, 2024 09:41 AM

mandeep s story a lawyer dedicated to national welfare

मंदीप पहले ऑस्ट्रेलिया में 14 साल तक माईग्रेशन एजेंट रहा है। अब कड़ी मेहनत और दृढ़ता से वकील बन गया है। उनके पिता कमलजीत सिंह जालंधर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से रिटायर हुए हैं और उनकी माता गृहिणी हैं उन्होंने मंदीप को मजबूत नैतिकता और राष्ट्रीय सेवा के...

नेशनल डेस्क. मंदीप पहले ऑस्ट्रेलिया में 14 साल तक माईग्रेशन एजेंट रहा है। अब कड़ी मेहनत और दृढ़ता से वकील बन गया है। उनके पिता कमलजीत सिंह जालंधर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से रिटायर हुए हैं और उनकी माता गृहिणी हैं उन्होंने मंदीप को मजबूत नैतिकता और राष्ट्रीय सेवा के सिद्धांत सिखाए।

मंदीप वर्तमान में मेलबर्न स्थित "लीगल कंसर्न लॉयर्स एंड कंसल्टेंट्स" में वकील के रूप में काम कर रहे हैं। उनका मुख्य फोकस भारतीय डायस्पोरा के घरेलू हिंसा के पीड़ितों की मदद करना है। यह कार्य पूरी तरह से मुफ्त है, जिससे वे यह सुनिश्चित करते हैं कि समाज के सबसे कमजोर वर्गों को जरूरी कानूनी सहायता मिल सके।

मंदीप की यात्रा हौसले, मेहनत और दूसरों की सहायता करने की इच्छा की मिसाल है। उनकी सेवा समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है और राष्ट्रीय सेवा एवं पेशेवर श्रेष्ठता का प्रतीक है।

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