Edited By Radhika,Updated: 20 Nov, 2024 12:13 PM
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पिछले सप्ताह संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा छह लोगों की हत्या किये जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार तब तक शांत नहीं बैठेगी जब तक दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा नहीं कर दिया जाता। उन्होंने कहा...
नेशनल डेस्क : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पिछले सप्ताह संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा छह लोगों की हत्या किये जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार तब तक शांत नहीं बैठेगी जब तक दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा नहीं कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि तीन महिलाओं और तीन बच्चों के हत्यारों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। इन छह लोगों के शव पिछले हफ्ते जिरीबाम जिले में एक नदी से बरामद किए गए थे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महिलाओं और बच्चों की हत्या मानवता के खिलाफ अपराध है। सिंह ने बुधवार रात ‘एक्स' पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आज मैं जिरीबाम में कुकी आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद तीन निर्दोष बच्चों और तीन निर्दोष महिलाओं की निर्मम हत्या किये जाने की घटना की निंदा करने के लिए बहुत दुख और गुस्से के साथ यहां खड़ा हूं।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस तरह के बर्बर कृत्यों का किसी भी सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है।
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मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि इन आतंकवादियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द ही न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। जब तक उन्हें उनके अमानवीय कृत्य के लिए जवाबदेह नहीं ठहराया जाएगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे।'' उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी में 10 विद्रोहियों की मौत के बाद जिरीबाम में विस्थापितों के एक शिविर से 11 नवंबर से छह लोग लापता थे। सिंह ने जिरीबाम में त्वरित कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को धन्यवाद दिया और कहा कि कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने जिरीबाम के बोरोबेक्रा स्थित राहत शिविरों में रहने वाले सैकड़ों लोगों की जान बचाई। लगभग 40 से 50 सशस्त्र आतंकवादियों ने बोरोबेक्रा में एक राहत शिविर में रहने वाले आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों पर हमला किया और जिरीबाम में एक पुलिस थाने को निशाना बनाया था और उनका उद्देश्य भय पैदा करना और तबाही मचाना था।
सिंह ने ‘माइक्रोब्लॉगिंग साइट' पर कहा, ‘‘वहां तैनात सीआरपीएफ कर्मियों की समय पर की गई कार्रवाई के कारण हमले को विफल कर दिया गया और मौके पर ही 10 आतंकवादियों को मार गिराया गया। इससे राहत शिविरों में रहने वाले सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान बच गई। मैं उल्लेखनीय करियर और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए सीआरपीएफ और राज्य बल के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।'' मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों की कार्रवाई ने निर्दोष लोगों के जीवन की रक्षा करने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के उनके दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया।