Edited By Parminder Kaur,Updated: 05 Sep, 2024 03:46 PM
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनना है, तो एक शिक्षक का वेतन भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस) से अधिक होना चाहिए। सिसोदिया ने शिक्षक दिवस के...
नेशनल डेस्क. आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनना है, तो एक शिक्षक का वेतन भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस) से अधिक होना चाहिए। सिसोदिया ने शिक्षक दिवस के मौके पर दिल्ली नगर निगम द्वारा आयोजित 'शिक्षक सम्मान समारोह' में यह बात कही। उन्होंने कहा- "आज 2047 के भारत की बहुत चर्चा हो रही है। यहां मौजूद शिक्षक और आपके साथ पढ़ने वाले बच्चे 2047 के भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन नीति निर्माताओं को भी इनके लिए कुछ करना चाहिए।"
सिसोदिया ने जर्मनी, स्विट्जरलैंड और अन्य विकसित देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के अधिकांश विकसित देशों में शिक्षकों का वेतन नौकरशाहों से अधिक होता है। पांच साल के अनुभव वाले शिक्षक को पांच साल की तैनाती वाले आईएएस अधिकारी से अधिक वेतन मिलता है।
सिसोदिया ने तिहाड़ जेल में बिताए समय के बारे में बात करते हुए कहा कि जेल में रहते हुए उन्होंने हर दिन 8-10 घंटे किताबें पढ़ने और विभिन्न देशों की शिक्षा प्रणाली के बारे में जानने में बिताए। पिछले डेढ़ साल मेरे जीवन के सबसे कठिन रहे। कठिन परिस्थितियों में हम जो बातें शिक्षकों से सीखते हैं। वही सबसे अधिक काम आती हैं। इस दौरान मैंने खूब पढ़ाई की। मैंने सबसे अधिक शिक्षा, भारत की शिक्षा प्रणाली और दुनिया की शिक्षा प्रणाली के बारे में पढ़ा। बता दें सिसोदिया आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में 17 महीने तक तिहाड़ जेल में बंद रहे और उन्हें पिछले महीने जमानत मिली है।