Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Mar, 2025 10:10 AM

बेटियों की शादी किसी यज्ञ से कम नहीं मानी जाती। माता-पिता अपने बच्चों के लिए न सिर्फ अच्छा जीवनसाथी ढूंढते हैं, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिरता और व्यवहारिकता भी जांचते हैं। अब इस प्रक्रिया में एक नया ट्रेंड जुड़ गया है—शादी से पहले लड़के का सिबिल स्कोर...
नेशनल डेस्क: बेटियों की शादी किसी यज्ञ से कम नहीं मानी जाती। माता-पिता अपने बच्चों के लिए न सिर्फ अच्छा जीवनसाथी ढूंढते हैं, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिरता और व्यवहारिकता भी जांचते हैं। अब इस प्रक्रिया में एक नया ट्रेंड जुड़ गया है—शादी से पहले लड़के का सिबिल स्कोर (CIBIL Score) चेक करना। यह ट्रेंड महाराष्ट्र में तब शुरू हुआ जब एक शादी सिर्फ इसलिए टूट गई क्योंकि लड़की के चाचा ने लड़के से सिबिल स्कोर दिखाने की मांग की थी। अब कई परिवार इस पर जोर देने लगे हैं ताकि वे यह जान सकें कि लड़का आर्थिक रूप से कितना सक्षम है और उसकी लोन या ईएमआई से जुड़ी स्थिति क्या है।
शादी से पहले सिबिल स्कोर की जांच क्यों?
शादी के बाद की जिंदगी में वित्तीय स्थिरता एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। कई बार लड़के की चमक-धमक देखकर शादी तय हो जाती है, लेकिन बाद में पता चलता है कि वह भारी कर्ज में डूबा हुआ है। इसीलिए अब माता-पिता यह सुनिश्चित करने लगे हैं कि लड़के की आर्थिक स्थिति मजबूत हो और वह कर्ज में न फंसा हो।
कुछ वास्तविक उदाहरण:
इसका एक नया मामला उस समय समय सामने आया जब नया रायपुर निवासी आनंदिता की शादी भुवनेश्वर के विकास से तय हुई। विकास एक MNC में कार्यरत थे। शादी तय होने से पहले आनंदिता ने विकास से सिबिल स्कोर दिखाने को कहा। जब उसका स्कोर 750 निकला, तो उसने शादी के लिए हामी भरी। विकास ने भी आनंदिता का सिबिल स्कोर देखा और दोनों ने आपसी सहमति से रिश्ता आगे बढ़ाया।
दूसरा मामला शंकर नगर की निवासी, ने शादी से पहले लड़के का सिबिल स्कोर देखने की इच्छा जताई। जब लड़के ने यह दिखाने से मना कर दिया, तो अधिति ने शादी से इनकार कर दिया। बाद में पता चला कि लड़के की सैलरी ₹1.25 लाख थी, लेकिन वह हर महीने ₹90,000 की EMI चुका रहा था। अगर शादी होती, तो यह आर्थिक रूप से एक बड़ी समस्या बन सकती थी।
सिबिल स्कोर से क्या जानकारी मिलती है?
750 या उससे अधिक: अच्छा स्कोर, लोन मिलने की संभावना अधिक।
685-750: संतोषजनक, लेकिन थोड़ी जांच की जरूरत।
685 से कम: जोखिम भरा, लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है।
- नाम, जन्मतिथि, पहचान की पूरी जानकारी।
- कितने लोन लिए, कितने चुकाए—सभी जानकारी शामिल।
- खराब सिबिल स्कोर को तीन साल के सही वित्तीय प्रबंधन से सुधारा जा सकता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
प्रिया जैन, लीगल एजुकेटर का कहना है, "कई बार लड़का दिखने में अमीर लगता है, लेकिन असल में वह कर्ज में डूबा होता है। सिबिल स्कोर जांचना इसलिए जरूरी है ताकि आगे चलकर कोई वित्तीय समस्या न हो।"
प्रदीप गोविंद शितूत, मैरिज एडवाइजर के अनुसार, "कुछ परिवारों को यह मांग बुरी लग सकती है, लेकिन शादी से पहले वित्तीय स्थिति को स्पष्ट कर लेना बेहतर है ताकि भविष्य में समस्याएं न आएं।"
शादी के लिए सिबिल स्कोर की जांच—नई सोच या जरूरत?
शादी को सिर्फ दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन माना जाता है। ऐसे में रिश्ते की मजबूती सिर्फ भावनाओं पर नहीं, बल्कि वित्तीय स्थिरता पर भी निर्भर करती है। यही कारण है कि अब माता-पिता और लड़कियां खुद भी शादी से पहले लड़के का सिबिल स्कोर देखना चाहती हैं। यह एक नया ट्रेंड जरूर है, लेकिन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और आने वाले समय में यह विवाह तय करने की प्रक्रिया का अहम हिस्सा बन सकता है।