Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Nov, 2024 08:10 AM
उत्तर भारत में आस्था के सबसे बड़े केंद्र, माता वैष्णो देवी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर साल नई ऊंचाई पर पहुंच रही है। अब तक वार्षिक आंकड़ा एक करोड़ तक पहुंच गया है, और वंदे भारत ट्रेन सेवा के विस्तार, कश्मीर से बेहतर कनेक्टिविटी,...
नेशनल डेस्क: उत्तर भारत में आस्था के सबसे बड़े केंद्र, माता वैष्णो देवी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर साल नई ऊंचाई पर पहुंच रही है। अब तक वार्षिक आंकड़ा एक करोड़ तक पहुंच गया है, और वंदे भारत ट्रेन सेवा के विस्तार, कश्मीर से बेहतर कनेक्टिविटी, और विशेष फोरलेन सड़क के निर्माण के बाद यह संख्या डेढ़ करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। इस बढ़ती संख्या के साथ, श्रद्धालुओं की सुविधा और प्रबंधन माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
श्राइन बोर्ड ने इन संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए पहले ही कई प्रबंध किए हैं। उनका उद्देश्य है कि भक्त माता के आशीर्वाद के साथ-साथ बेहतरीन प्रबंधन और सुविधाओं की याद लेकर जाएं। नए साल के आगमन के साथ, श्राइन बोर्ड ने यात्रियों की यात्रा को अधिक सुगम बनाने के लिए कई नई योजनाओं पर काम शुरू किया है।
वैष्णो देवी भवन में बनाई गई कुंडीय यज्ञशाला
माता वैष्णो देवी भवन में पहली बार एक पांच कुंडीय यज्ञशाला बनाई गई है, जो प्राचीन गुफा के ठीक नीचे स्थित है। यह भक्तों के लिए एक नई आध्यात्मिक पहल है। श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि नए साल में बोर्ड का मुख्य उद्देश्य ऐसी सुविधाएं जोड़ना है जो यात्रियों की यात्रा को आसान और आरामदायक बनाएं। भवन और यात्रा मार्ग पर आवासीय सुविधाओं को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बाण गंगा के पास बनाया गया नया यात्री सुविधा केंद्र
बाण गंगा क्षेत्र में एक नया यात्री सुविधा केंद्र बनाया गया है, जहां से श्रद्धालु अपनी यात्रा से जुड़ी सभी सेवाओं जैसे पंजीकरण, घोड़ा, पिट्ठू, बैटरी कार, और आवास की बुकिंग कर सकते हैं। माताओं और नवजात शिशुओं की सुविधा के लिए स्तनपान केंद्र और स्नानागार की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रा की शुरुआत पहले से बेहतर और सुविधाजनक हो सके।
हरिद्वार की तर्ज पर बाण गंगा में अब आरती शुरू
हरिद्वार की तर्ज पर बाण गंगा में अब आरती शुरू की जा रही है, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव का एक और नया आयाम मिलेगा। यात्रा मार्ग पर नए सुविधा केंद्र खोले जा रहे हैं, जो यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।
नया वैष्णवी आवास भी तैयार
भवन क्षेत्र में 300 बिस्तरों की क्षमता वाला एक नया वैष्णवी आवास भी तैयार किया जा रहा है। बैटरी चालित वाहनों के लिए एक आधुनिक तीन मंजिला कार स्टैंड का निर्माण हो रहा है, जिससे यातायात को व्यवस्थित किया जा सके।
अर्धकुंवारी में गर्भ जून आरती की शुरुआत
हाल ही में अर्धकुंवारी में गर्भ जून आरती की शुरुआत की गई है। पहले गुफा आरती का केवल प्रसारण होता था, लेकिन अब भक्त यहां आकर आरती का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकते हैं। श्राइन बोर्ड की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक रोपवे परियोजना है। यह परियोजना खासकर बुजुर्ग, दिव्यांग और असमर्थ यात्रियों के लिए यात्रा को बेहद आसान बना देगी। इस सुविधा से मातृ दर्शन का आनंद लेना उन भक्तों के लिए भी संभव होगा जो पहले कठिनाई महसूस करते थे। श्राइन बोर्ड के मुताबिक, साल 2024 में तीन-चार बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए जाएंगे। इनका उद्देश्य माता वैष्णो देवी की यात्रा को न केवल अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाना है, बल्कि भक्तों के अनुभव को यादगार और विशेष बनाना भी है।