Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 06:16 PM
हिंदुओं के सबसे बड़े धार्मिक स्थल बद्रीनाथ को बदरूद्दीन शाह की मजार बताने वाले मौलाना ने शनिवार को माफी मांग ली है। दारूम उलूम निस्वा देवबंद के मोहत्मिम मौलाना अब्दुल लतीफ कासमी ने कहा था कि बद्रीनाथ धाम बदरूद्दीन शाह की मजार है।
नेशनल डेस्क: हिंदुओं के सबसे बड़े धार्मिक स्थल बद्रीनाथ को बदरूद्दीन शाह की मजार बताने वाले मौलाना ने शनिवार को माफी मांग ली है। दारूम उलूम निस्वा देवबंद के मोहत्मिम मौलाना अब्दुल लतीफ कासमी ने कहा था कि बद्रीनाथ धाम बदरूद्दीन शाह की मजार है।
मौलाना लतीफ ने कहा कि उन्होंने यह बयान इस बात से नाराज होकर दिया था कि कुछ हिंदू संगठन ताज महल को शिव मंदिर बता रहे थे। उन्होंने कहा कि जैसे हिंदू संगठनों के ताजमहल को शिव बताने से वह मंदिर नहीं हो गया, उसी तरह बद्रीधाम को बदरूद्दीन शाह की मजार बताने से वह मजार नहीं हो गया।
मौलाना लतीफ ने कहा कि भारत अनेक मजहबों और संस्कृतियों का देश है। जहां सभी संस्कृति और मजहब फले फूले हैं। हिंदू और मुसलमानों का कर्तव्य बनता है कि वे एक-दूसरे के अस्तित्व को स्वीकारे और समान दें। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम संबंधी उनके बयान से हिंदू भाईयों की भावनाओं को ठेस पहुंची है वह इससे खुद भी दु:खी और शर्मिन्दा है। इसके लिए वे सभी से मांफी मांगते हैं।