Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Oct, 2024 06:16 PM
इस दीवाली मैक्सवोल्ट एनर्जी (बैटरी निर्माण कर्ता) और आओ साथ चलें एनजीओ झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के जीवन में रोशनी लाने के लिए एक साथ आए हैं। यह एक अद्भुत पहल है जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को सौर ऊर्जा से लैस करना है। मैक्सवोल्ट एनर्जी...
नेशनल डेस्क : इस दीवाली मैक्सवोल्ट एनर्जी (बैटरी निर्माण कर्ता) और आओ साथ चलें एनजीओ झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के जीवन में रोशनी लाने के लिए एक साथ आए हैं। यह एक अद्भुत पहल है जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को सौर ऊर्जा से लैस करना है। मैक्सवोल्टएनर्जी के इस मुहिम की अगुवाई विष्णु मित्तल (बीजेपी दिल्ली के प्रदेश महासचिव) द्वारा की जा रही है।
विष्णु मित्तल झुग्गी बस्तियों में रहने वालों के लिए लगातार काम करते रहे हैं। कपड़े, भोजन ही नहीं सभी झुग्गी वासियों के आत्मसम्मान के लिए भी वोजमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। इसी तरह मैक्सवोल्टएनर्जी की बात करें तो सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहनों, ऊर्जा भंडारण प्रणालियों और चिकित्सा उपकरण बैटरियों के लिए लिथियम बैटरी पैक का अग्रणी निर्माता औरआपूर्तिकर्ता है।
इस अभियान के तहत, मैक्सवोल्टएनर्जी और विष्णु मित्तल ने एनजीओ के माध्यमसे 100 परिवारों को सोलर बैटरी देने का निर्णय लियाहै। यह सोलर बैटरी उनके घरों में रोशनी और ऊर्जा का स्थायी स्रोत प्रदान करेगी, जिससे वे अपने दैनिक जीवन को सुगम और सुरक्षित बना सकेंगे। इन सोलर बैटरी के साथ झुग्गी में रहने वाले बच्चों को उनकी पढ़ाई में भी मदद मिलेगी और दैनिक जीवन को सुगम बनाने में आसानी होगी।
इस पहल के मुख्य उद्देश्य हैं- गरीब परिवारों को सौर ऊर्जा से लैस करना इसके साथ ही झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के जीवन में रोशनी लाना। मैक्सवोल्ट के इस कदम से स्थायी ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही साथ सभी का पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना भी शामिल होगा।
इसअभियान के माध्यम से, मैक्सवोल्ट एनर्जी और विष्णु मित्तल न केवल गरीब परिवारों की मदद कर रहे हैं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान कर रहे हैं। सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और अक्षय ऊर्जा स्रोत है, जो जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद कर सकता है।
विष्णु मित्तल ने इस अभियान के प्रति अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कहा, “यह पहल केवल रोशनी देने के बारे में नहीं है; यह परिवारों को सशक्त बनाने और यह सुनिश्चित करने का एक प्रयास है कि उनके पास जीवन में प्रगति करने के सभी संसाधन उपलब्ध हों। इस दीवाली, हम केवल दीये नहीं जलाएंगे, बल्कि एक उज्जवल भविष्य के लिए उम्मीद का संचार करेंगे।”
मैक्सवोल्ट एनर्जी के सह-संस्थापक और सीटी ओ विशाल गुप्ता ने टिप्पणी की, "हमारा मानना है किस्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच हर किसी का अधिकार है। आओ साथ चलें के साथ साझेदारी करके, हम स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देर हे हैं जो उन लोगों के लिए रहने की स्थिति में सुधार ला सकते हैं जो दयनीय परिस्थितियों में जीने को मजबूर हैं। साथ ही इस कदम से जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद मिल सकता है। यह पहल इनोवेशन के माध्यम से पॉजिटिव बदलाव लाने के हमारे मिशन के अनुरूप है।"
जैसे-जैसे त्यौहारी सीजन नजदीक आता है, यह पहल एक रिमाइंडर के रूप में कार्य करती है कि किसी के लिए प्यार और दया से किया गया एक छोटा कार्य भी कितना बड़ा महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है। मैक्सवोल्ट एनर्जी और आओ साथ चलें का यह दिल को छू लेने वाला कदम झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों की जिंदगी में रोशनी के साथ-साथ सम्मान की भावना और बेहतर भविष्य की आशा को बढ़ावा देता है।