Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jun, 2023 10:18 AM
दिल्ली में बीते 36 साल में इस बार मई का महीना सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान बिहार और पश्चिम बंगाल में लू की स्थिति का भी अनुमान लगाया है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली में बीते 36 साल में इस बार मई का महीना सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान बिहार और पश्चिम बंगाल में लू की स्थिति का भी अनुमान लगाया है। दिल्ली और बेंगलुरु के लिए आने वाले दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी के अनुसार, कर्नाटक में 4 जून तक भारी बारिश होने की संभावना है और बेंगलुरु सहित आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
सबसे ठंडा रहा मई
मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि मई में अत्यधिक बारिश के कारण औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। IMD के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली में मई 1987 में औसत अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा, "इस साल मई में औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1987 के बाद से सबसे कम है।" दिल्ली में मई में सिर्फ नौ दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया और सिर्फ दो दिन शहर के कुछ हिस्सों में लू चली।
इसके अलावा आईएमडी ने यह भी बताया कि बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में हुई बारिश के बाद इस मानसून पूर्व अवधि में कुल 184.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य वर्षा से 186 प्रतिशत अधिक है। बारिश की वजह से 2020 को छोड़कर 2016 के बाद शहर में जनवरी से मई की अवधि में वायु गुणवत्ता अच्छी दर्ज की गई है। मई में आम तौर पर भीषण गर्मी पड़ती है और औसत अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जाता है। इस बार मई में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो 30.7 मिमी के दीर्घकालिक औसत से 262 प्रतिशत अधिक है। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, 2008 में 165 मिमी, 2021 में 144.8 मिमी और 2002 में 129.3 मिमी बारिश हुई थी जिसके बाद यह चौथा साल है जब मई में सबसे ज्यादा बारिश हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ बना कारण
मौसम वैज्ञानिकों ने इसका कारण ज्यादा बार आए पश्चिमी विक्षोभ को बताया है। बारिश की वजह से वायु गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के अनुसार, दिल्ली में इस साल जनवरी से मई की अवधि में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 213 दर्ज किया गया, जो 2020 को छोड़कर, 2016 के बाद से सबसे कम है। पिछले साल इसी अवधि में एक्यूआई 237, 2021 में 235, 2020 में 181, 2019 में 236, 2018 में 242, 2017 में 251 और 2016 में 283 था।