Edited By Radhika,Updated: 26 Mar, 2025 11:05 AM
बीते दिन केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि ईद के मौके 32 लाख मुसलमानों को "सौगात ए मोदी" का उपहार देने वाली है। इस किट में खाने-पीने की चीजें और कपड़े होंगे। बीजेपी का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मदद करना है।
नेशनल डेस्क : बीते दिन केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि ईद के मौके 32 लाख मुसलमानों को "सौगात ए मोदी" का उपहार देने वाली है। इस किट में खाने-पीने की चीजें और कपड़े होंगे। बीजेपी का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मदद करना है।
मायावती का आरोप - चुनावी लाभ के लिए की जा रही है यह पहल
इस कार्यक्रम पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मायावती का कहना है कि यह सब केवल चुनावी स्वार्थ के लिए किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का असली उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय को सिर्फ एक बार की भेंट देकर चुनावी लाभ हासिल करना है।
मायावती ने सवाल उठाया कि जब मुस्लिम और बहुजन समाज के लोग अपनी सुरक्षा, मजहब, और रोजी-रोटी को लेकर परेशान हैं, तो ऐसे में "सौगात ए मोदी" उनके लिए क्या मायने रखता है? उनके मुताबिक, इस तरह के तोहफे केवल राजनीतिक फायदे के लिए दिए जा रहे हैं, जबकि इन समुदायों की असली समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।
मायावती ने उठाई असली समस्याओं को हल करने की बात
बसपा सुप्रीमो ने सुझाव दिया कि गरीब और अल्पसंख्यक परिवारों को सिर्फ त्योहारों पर भेंट देने के बजाय, सरकार को उन परिवारों की असली समस्याओं जैसे गरीबी, बेरोजगारी, और पिछड़ेपन का समाधान करना चाहिए। उन्होंने मांग की कि केंद्र और राज्य सरकारें स्थायी रोजगार की व्यवस्था करें, जिससे इन समुदायों का भविष्य सुरक्षित हो सके। इसके अलावा, उन्होंने मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात भी की।