Edited By Tanuja,Updated: 17 Oct, 2024 05:04 PM
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में एक गवाही के दौरान स्वीकार किया कि उनके पास खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारत को जोड़ने का "कोई ठोस सबूत" नहीं ...
International Desk: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में एक गवाही के दौरान स्वीकार किया कि उनके पास खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारत को जोड़ने का "कोई ठोस सबूत" नहीं है। उन्होंने कहा कि कनाडा ने केवल "खुफिया जानकारी" दी थी, न कि ठोस प्रमाण। इस पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि ट्रूडो के बयान से भारत का यह रुख फिर से स्पष्ट हो गया है कि कनाडा ने भारत के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं दिया है और उसके आरोप झूठ का पुलिंदा हैं।
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MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "आज जो कुछ हमने सुना, वह वही है जो हम पहले से कह रहे थे – कनाडा ने हमें कोई प्रमाण नहीं दिया है, जबकि उसने गंभीर आरोप लगाए हैं।" ट्रूडो की गवाही के दौरान, उन्होंने दावा किया कि भारतीय एजेंटों ने खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भूमिका निभाई हो सकती है। लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कनाडा के पास इसका कोई ठोस सबूत नहीं है।कनाडा-भारत के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे, लेकिन ट्रूडो के इन आरोपों के बाद संबंध और बिगड़ गए।
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भारत ने आरोपों को "बेतुका" बताया और कनाडा पर खालिस्तान समर्थकों को शरण देने का आरोप लगाया, जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। कनाडा-भारत संबंधों में गिरावट: भारत ने पहले ही छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और अपने उच्चायुक्त को कनाडा से वापस बुला लिया है। दोनों देशों के बीच संबंध अब सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं, और यह विवाद आगे कैसे सुलझेगा, इस पर सभी की नजरें हैं। निज्जर की हत्या का मामला: हरदीप सिंह निज्जर, जिसे भारत ने आतंकवादी घोषित किया था, की पिछले साल जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।