Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Nov, 2024 09:45 PM
गुरुग्राम के हयात रीजेंसी में हाल ही में आयोजित मिसेज इंडिया प्लैनेट 2024 प्रतियोगिता में मेघल साहनी, महिमा पुरुषोत्तम और प्रिया अग्रवाल ने अपने अलग-अलग हुनर और उद्देश्य के साथ मंच पर चमक बिखेरी, जिससे दर्शकों और जजों पर गहरी छाप छोड़ी।
नेशनल डेस्क : गुरुग्राम के हयात रीजेंसी में हाल ही में आयोजित मिसेज इंडिया प्लैनेट 2024 प्रतियोगिता में मेघल साहनी, महिमा पुरुषोत्तम और प्रिया अग्रवाल ने अपने अलग-अलग हुनर और उद्देश्य के साथ मंच पर चमक बिखेरी, जिससे दर्शकों और जजों पर गहरी छाप छोड़ी।
मेघल साहनी (Meghal Sahni), जो मिसेज इंडिया प्लैनेट 2024 का खिताब जीत चुकी हैं, एक कंटेंट क्रिएटर, लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर और उद्यमी हैं। वह फिलहाल एक ऐसा ब्रांड बनाने पर काम कर रही हैं, जो सस्टेनेबल फैशन को बढ़ावा देता है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से, मेघल महिलाओं को अपनी पहचान ढूंढ़ने और पत्नी तथा मां के पारंपरिक किरदारों से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। उनके प्रयासों के लिए उन्हें मिसेज दिवा विद ए पर्पस अवार्ड से नवाज़ा गया। इसके अलावा, उन्होंने मिसेज इंडिया प्लैनेट फेस ऑफ नॉर्थ का टाइटल भी जीता और अब वह मिसेज वर्ल्ड क्वीन 2024 के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
महिमा पुरुषोत्तम (Mahima Purushotham) ने मिसेज इंडिया प्लैनेट 2024 में प्रथम रनर-अप का स्थान हासिल किया। एक विज्ञान शिक्षिका के रूप में, महिमा ने छोटे बच्चों को ज्ञान की दिशा में मार्गदर्शन किया और हमेशा प्रकृति तथा सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रही हैं। उन्होंने अपनी सरलता और आत्मविश्वास से मंच पर सबका दिल जीत लिया और यह दिखाया कि एक मजबूत महिला क्या हासिल कर सकती है।
प्रिया अग्रवाल (Priya Agrawal), जो प्रतियोगिता में दूसरी रनर-अप रहीं, एक कंटेंट क्रिएटर, फैशन इन्फ्लुएंसर और इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं। उन्होंने कई बार प्रमोशन हासिल किए हैं और अपनी मेहनत से अपने क्षेत्र में सफलताओं की ऊंचाई तक पहुंची हैं। प्रिया को मिसेज डिवाइन दिवा का खिताब भी मिला। प्रिया का मानना है कि कोई भी सपना बड़ा नहीं होता, अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं।
उन्होंने मिसेज इंडिया प्लैनेट के मंच को अपने संदेश को फैलाने और महिलाओं को प्रेरित करने का माध्यम बनाया। इस प्रतियोगिता में मेघल, महिमा और प्रिया की कामयाबियों ने न सिर्फ उनके टैलेंट को उजागर किया बल्कि उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और सकारात्मक बदलाव की दिशा में प्रेरणा भी दी।