Edited By Parminder Kaur,Updated: 23 Jan, 2025 11:03 AM
पिछली एक सदी में पुरुषों की लंबाई और वजन में महिलाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी कई देशों के डेटा विश्लेषण पर आधारित एक अध्ययन से सामने आई है। यह अध्ययन बायोलॉजी लेटर्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
नेशनल डेस्क. पिछली एक सदी में पुरुषों की लंबाई और वजन में महिलाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी कई देशों के डेटा विश्लेषण पर आधारित एक अध्ययन से सामने आई है। यह अध्ययन बायोलॉजी लेटर्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
महिलाओं और पुरुषों की लंबाई में अंतर
शोध के अनुसार, पिछले 100 वर्षों में महिलाओं की औसत लंबाई केवल 1.9% बढ़ी है। 1905 में महिलाओं की औसत लंबाई 159 सेंटीमीटर थी, जो अब बढ़कर 162 सेंटीमीटर हो गई है। दूसरी ओर पुरुषों की औसत लंबाई में 4% की वृद्धि हुई है। 1905 में यह 170 सेंटीमीटर थी, जो अब बढ़कर 177 सेंटीमीटर हो गई है। 1905 में हर चार में से एक महिला पुरुषों से लंबी हुआ करती थी। लेकिन 1958 तक यह संख्या घटकर सिर्फ आठवें हिस्से तक पहुंच गई।
प्राकृतिक कारण और पोषण का प्रभाव
यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के प्रोफेसर माइकल विल्सन का कहना है कि यह बदलाव इस विचार को मजबूत करता है कि महिलाओं का शारीरिक विकास पर्यावरण और जीवनशैली पर अधिक निर्भर करता है। इसका मुख्य कारण प्रजनन और शिशु पालन है, जिसमें महिलाओं को अधिक शारीरिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। दूसरी ओर पुरुषों की लंबाई और वजन में तेजी से बढ़ोतरी का मुख्य कारण बेहतर पोषण और जीवन स्तर में सुधार हो सकता है।
जीवन स्तर और शारीरिक विकास का संबंध
शोध में यह पाया गया कि जीवन स्तर और शारीरिक विकास के बीच गहरा संबंध है। मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में यदि 0.2 अंकों की वृद्धि होती है, तो महिलाओं की लंबाई में औसतन 1.7 सेंटीमीटर और वजन में 2.7 किलोग्राम की बढ़ोतरी होती है। वहीं पुरुषों की लंबाई इसी दौरान 4 सेंटीमीटर और वजन 6.5 किलोग्राम बढ़ जाता है।