Edited By Parminder Kaur,Updated: 26 Aug, 2024 04:10 PM
मर्सिडीज-बेंज को भारत और दुनियाभर में कई बार सरकारी मानदंडों का पालन न करने के कारण जांच का सामना करना पड़ा है। हाल ही में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने मर्सिडीज-बेंज को प्रदूषण नियंत्रण दिशानिर्देशों का पालन न करने का दोषी पाया...
ऑटो डेस्क. मर्सिडीज-बेंज को भारत और दुनियाभर में कई बार सरकारी मानदंडों का पालन न करने के कारण जांच का सामना करना पड़ा है। हाल ही में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने मर्सिडीज-बेंज को प्रदूषण नियंत्रण दिशानिर्देशों का पालन न करने का दोषी पाया है। यह मामला खासतौर पर चिंताजनक है क्योंकि मर्सिडीज-बेंज एक प्रतिष्ठित ऑटोमोटिव ब्रांड है। MPCB ने कहा है कि पर्यावरण मानकों का उल्लंघन एक गंभीर चिंता का विषय है और ऐसे प्रतिष्ठित ब्रांड से इस तरह की अपेक्षा नहीं की जाती। MPCB ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था, जो बाद में डिलीट कर दिया गया।
ट्वीट में MPCB ने लिखा था कि 23 अगस्त, 2024 को किए गए नियमित निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि पुणे के चाकन में मर्सिडीज बेंज विनिर्माण संयंत्र में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रदूषण नियंत्रण दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
MPCB ने अपने क्षेत्रीय अधिकारी को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पुणे के पास स्थित मर्सिडीज-बेंज असेंबली प्लांट एमपीसीबी के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करे। इसके तहत प्लांट के संचालन की पूरी समीक्षा की जाएगी और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। MPCB ने तत्काल कार्रवाई के रूप में मर्सिडीज-बेंज की 25 लाख रुपये की बैंक गारंटी भी जब्त कर ली है।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए MPCB के अध्यक्ष सिद्धेश कदम ने कहा कि हम उच्च पर्यावरण मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे अधिकार क्षेत्र में सभी औद्योगिक गतिविधियाँ प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन करें। हमें उम्मीद है कि मर्सिडीज-बेंज इन मुद्दों को जल्दी सुलझाने में पूरी तरह सहयोग करेगी।
बता दें मर्सिडीज-बेंज ऑटोमोटिव क्षेत्र में एक वैश्विक नेता है और भारतीय कार बाजार के लग्जरी सेगमेंट में सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि मर्सिडीज-बेंज भारत में अपने संचालन के 30वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है और चाकन में स्थित अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा अपने संचालन के 15वें वर्ष में है। यह सुविधा भारत में ऑटोमोटिव विनिर्माण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
बयान में आगे कहा गया है कि कंपनी उत्पादन गुणवत्ता में सबसे कड़े वैश्विक मानकों का पालन करती है। उच्च पर्यावरण और स्थिरता प्रथाओं को बनाए रखने की कोशिश करती है और अनिवार्य नियमों और आवश्यकताओं का पालन को उच्च प्राथमिकता देती है। मर्सिडीज ने यह भी दावा किया कि उसे एमपीसीबी से कथित उल्लंघनों के बारे में कोई लिखित नोटिस या औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है।