Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 09 Feb, 2025 02:40 PM
![meteorological department made a big prediction](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_14_35_503851319rain-ll.jpg)
मौसम विभाग ने आगामी 9 से 12 फरवरी तक का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें शुष्क मौसम का रुझान दिख रहा है। दिन में तेज धूप के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, जबकि सुबह और रात में हल्की सर्दी बनी रहेगी। मौसम केंद्र के मुताबिक, अगले कुछ दिन...
नेशनल डेस्क: मौसम विभाग ने आगामी 9 से 12 फरवरी तक का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें शुष्क मौसम का रुझान दिख रहा है। दिन में तेज धूप के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, जबकि सुबह और रात में हल्की सर्दी बनी रहेगी। मौसम केंद्र के मुताबिक, अगले कुछ दिन आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन इसके बाद आसमान साफ रहेगा।
तापमान में वृद्धि, फिर भी सर्दी कायम
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक दर्ज हो रहा है, जबकि न्यूनतम तापमान में गिरावट बनी हुई है। फतेहपुर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा, अन्य छह शहरों में भी तापमान पांच डिग्री या उससे कम दर्ज हुआ। दिन में तेज धूप की वजह से गर्मी का एहसास होगा, लेकिन सुबह और रात में हल्की सर्दी का सामना करना पड़ेगा।
आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम केंद्र ने अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान भी जारी किया है:
- 9 फरवरी: आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। दिन में हल्की धूप मिलेगी, लेकिन कोई खास बदलाव नहीं होगा।
- 10 फरवरी: आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। हल्की सर्दी और बादल का असर रहेगा।
- 11 फरवरी: फिर से आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है।
- 12 फरवरी: आसमान मुख्यतः साफ रहने की संभावना है, जिससे धूप का असर बढ़ सकता है।
- 13 फरवरी: आसमान पूरी तरह साफ रहेगा और दिन में गर्मी बढ़ सकती है।
- 14 फरवरी: मौसम साफ रहेगा और दिन का तापमान सामान्य रहेगा।
मौसम का यह शुष्क रुझान क्यों?
मौसम में शुष्कता की मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है, जिससे बादल नहीं बन पा रहे हैं। इसके कारण प्रदेश में हवा में नमी कम है और बारिश की कोई संभावना नहीं है। अगले एक सप्ताह तक मौसम इसी प्रकार का रहेगा, जिससे शीतलहर और बर्फबारी की संभावना भी कम हो जाएगी।