Edited By Harman Kaur,Updated: 21 Mar, 2025 04:26 PM

दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में वे ‘मोटी चमड़ी’ वाले हो गए हैं और अब उन्हें सड़कों पर उतरकर पसीना बहाना होगा। उन्होंने अक्षरधाम क्षेत्र में नाले की...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में वे ‘मोटी चमड़ी’ वाले हो गए हैं और अब उन्हें सड़कों पर उतरकर पसीना बहाना होगा। उन्होंने अक्षरधाम क्षेत्र में नाले की सफाई में लापरवाही के कारण एक कार्यकारी अभियंता को निलंबित करने का आदेश भी दिया है। मंत्री का यह बयान विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता द्वारा मुख्य सचिव धर्मेंद्र को लिखे पत्र के एक दिन बाद आया है। पत्र में उन्होंने दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर विधायकों के पत्रों, फोन कॉल्स और संदेशों का जवाब न देने का आरोप लगाया था।
'अब अधिकारी सड़क पर उतरकर काम करेंगे... '
मंत्री प्रवेश वर्मा ने दिल्ली में बिगड़ती व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि “समस्याएं हर जगह हैं, लेकिन हम कड़ी मेहनत करने और अधिकारियों से काम करवाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दिल्ली में प्रशासन चरमराने की कगार पर था, लेकिन भाजपा सरकार इसे सुधारने के लिए सड़कों पर उतर आई है।” उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी अब सिर्फ दफ्तरों में बैठकर काम नहीं कर सकते, बल्कि उन्हें फील्ड में आकर स्थिति का मुआयना करना होगा।
नाले की सफाई न होने पर इंजीनियर निलंबित
मंत्री ने शुक्रवार को पटपड़गंज इलाके में अक्षरधाम मंदिर के पास नाले की सफाई का जायजा लिया। सफाई कार्य अधूरा मिलने पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता रामाशीष सिंह को निलंबित करने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि "अधिकारियों को सार्वजनिक कोष से वेतन मिलता है, इसलिए उन्हें जनता के लिए काम करना ही होगा।"
यमुना में गिर रहे गंदे पानी की सफाई पर जोर
प्रवेश वर्मा ने यमुना नदी में बहने वाले गंदे पानी की समस्या पर भी ध्यान दिया और कहा कि “हम नालों के जरिए यमुना में जाने वाले सीवरेज के पानी का शोधन बढ़ा रहे हैं। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी वहां के नालों से यमुना में गिरने वाले औद्योगिक अपशिष्ट जल को शुद्ध करने पर चर्चा हुई है।”