Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Aug, 2024 11:37 AM
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में एक तीर्थ पुरोहित ने ईमानदारी की अनूठी मिसाल पेश की है। जब उनके जॉइंट एसबीआई खाते में गलती से मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु द्वारा 1 करोड़ 48 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए, तो पुरोहित ने अपने...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में एक तीर्थ पुरोहित ने ईमानदारी की अनूठी मिसाल पेश की है। जब उनके जॉइंट एसबीआई खाते में गलती से मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु द्वारा 1 करोड़ 48 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए, तो पुरोहित ने अपने साथी से इस मामले की चर्चा की। उन्होंने तय किया कि पैसे निकालने के बजाय इन्हें वापस कर देना चाहिए। अगले दिन, पुरोहित ने एचडीएफसी बैंक जाकर चेक के माध्यम से पूरी राशि वापस कर दी।
यह रकम गलती से श्री मां विंध्यवासिनी सेवा समिति के खाते में आई थी। समिति विंध्याचल धाम में पूजा-पाठ, जागरण और भंडारा आयोजित करती है, और देश-विदेश से दान किए गए लाखों रुपए प्राप्त करती है। मनी कैपिटल लिमिटेड कंपनी के श्रद्धालु ने 11,000 रुपए डोनेट किए थे, लेकिन गलती से यह बड़ी राशि उसी खाते में ट्रांसफर हो गई।
उमेश शुक्ला नाम के एक श्रद्धालु ने बाद में फोन करके पैसे गलती से ट्रांसफर करने की बात कही, लेकिन तब तक बैंक बंद हो चुका था। अगले दिन, पुरोहित ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए, एचडीएफसी बैंक से चेक के माध्यम से पूरी राशि वापस कर दी। पुरोहित की ईमानदारी ने सभी को प्रेरित किया और उनकी दरियादिली की खूब सराहना हो रही है।