Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Mar, 2025 12:12 PM

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मनरेगा योजना का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें करोड़पति लोग सरकारी पैसे का गलत तरीके से लाभ उठा रहे हैं। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब पता चला कि मशहूर भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और उनके बहनोई ने भी इस...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मनरेगा योजना का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें करोड़पति लोग सरकारी पैसे का गलत तरीके से लाभ उठा रहे हैं। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब पता चला कि मशहूर भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और उनके बहनोई ने भी इस योजना के तहत मजदूरी का भुगतान किया है, जबकि वे असल में इसका लाभ लेने के हकदार नहीं थे। इस खुलासे के बाद अधिकारियों पर सवाल उठने लगे हैं और यह पूरा मामला सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की एक गंभीर मिसाल बन गया है।
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के गरीबों को रोजगार देने का है, लेकिन अब इस योजना का फर्जी तरीके से लाभ उठाने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। अमरोहा के जोया ब्लॉक के पलौला गांव में करीब 657 मनरेगा कार्ड हैं, जिनमें से 150 कार्ड एक्टिव हैं। इन कार्डों का फायदा उठाने वाले कुछ लोग असल में पेशेवर और उच्च वर्ग के नागरिक हैं, जिनमें भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की बहन शबीना और उनके पति गजनबी का नाम प्रमुख है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शबीना और उनके पति के खाते में 2021 से 2024 तक लगातार पैसे आए हैं, जबकि वे असल में मजदूरी नहीं कर रहे थे। शबीना के खाते में करीब 70 हजार रुपये जमा हुए हैं, जबकि उनके पति के खाते में लगभग 66 हजार रुपये आए हैं। इसके अलावा, इस फर्जीवाड़े में कई अन्य पेशेवर लोग जैसे इंजीनियर, वकील, एमबीबीएस छात्रों और ठेकेदारों के नाम भी शामिल हैं, जिनको कागजों पर मनरेगा मजदूर बना दिया गया था। वहीं इस हौरान कर देने वाले मामले पर ग्राम प्रधान ने खुद स्वीकार किया कि इस फर्जीवाड़े में सरकारी पैसे का दुरुपयोग हुआ है।