Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Sep, 2024 07:21 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की आगामी बैठक 7-9 अक्टूबर, 2024 को होनी है, जिसमें ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान में RBI की नीतिगत ब्याज दरें 6.5% पर स्थिर हैं, और फरवरी 2023 से इनमें कोई बदलाव नहीं...
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की आगामी बैठक 7-9 अक्टूबर, 2024 को होनी है, जिसमें ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान में RBI की नीतिगत ब्याज दरें 6.5% पर स्थिर हैं, और फरवरी 2023 से इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
S&P ग्लोबल रेटिंग्स की रिपोर्ट
S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि RBI अक्टूबर में ब्याज दरों में 0.25% की कटौती कर सकता है। एजेंसी ने भारत की GDP ग्रोथ रेट के पूर्वानुमान को 6.8% पर बरकरार रखा है, जो वित्त वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित है। यह अनुमान इसलिए दिया गया है क्योंकि उच्च ब्याज दरों के कारण अप्रैल-जून तिमाही में शहरी मांग प्रभावित हुई, जिससे GDP की वृद्धि दर धीमी रही।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का प्रभाव
अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व ने भी अपनी नीतिगत ब्याज दर में 0.50% की कटौती की है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका असर पड़ा है। इसके बाद RBI के भी अक्टूबर में अपनी ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की उम्मीद की जा रही है।
इंफ्लेशन और अर्थव्यवस्था का नजरिया
S&P ने अपने दृष्टिकोण को स्थिर रखते हुए कहा है कि चालू वित्त वर्ष (मार्च 2025 तक) में दो बार ब्याज दरों में कटौती की संभावना है। इसके साथ ही, एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति (इंफ्लेशन) का औसत 4.5% रहने का अनुमान लगाया है।
पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2% की दर से बढ़ी थी, और RBI के इस कदम से उम्मीद है कि आगामी महीनों में शहरी मांग और आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी।