Edited By Tanuja,Updated: 18 Jan, 2025 05:30 PM
पहली बार चंद्रमा को पृथ्वी के बाहर एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) की 25 'इनडेन्जर हेरिटेज साइट्स' की सूची में शामिल किया गया है...
International Desk: पहली बार चंद्रमा को पृथ्वी के बाहर एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) की 25 'इनडेन्जर हेरिटेज साइट्स' की सूची में शामिल किया गया है। इस ऐतिहासिक कदम का मुख्य कारण चांद पर बढ़ती कमर्शियल और वैज्ञानिक गतिविधियां हैं, जिनसे उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को नुकसान पहुंचने का खतरा है। WMF ने अपनी 2025 की वॉच लिस्ट में चांद को इसलिए जोड़ा है क्योंकि यह मानवता के नए अंतरिक्ष युग और चंद्रमा पर बढ़ती गतिविधियों का साक्षी है। चांद पर 90 से अधिक ऐतिहासिक स्थलों की मेजबानी की जा रही है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण 'ट्रैंक्विलिटी बेस' है। यही वह जगह है जहां नील आर्मस्ट्रांग ने 1969 में अपोलो 11 मिशन के दौरान पहला कदम रखा था। ट्रैंक्विलिटी बेस में न केवल आर्मस्ट्रांग के बूट प्रिंट संरक्षित हैं, बल्कि 100 से अधिक अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं भी मौजूद हैं, जैसे कैमरा, स्मारक डिस्क और अपोलो 11 से जुड़ी कई अन्य कलाकृतियां।
चंद्रमा पर खतरे के कारण
WMF की मुख्य कार्यकारी बेनेडिक्ट के अनुसार, चंद्रमा पर बढ़ती मानव और रोबोटिक गतिविधियां इस धरोहर के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। नासा का आर्टेमिस प्रोग्राम 2025 तक चांद पर एक स्थायी बेस बनाने की योजना पर काम कर रहा है। लेकिन इन गतिविधियों में पर्याप्त सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमी के चलते चंद्रमा के ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान हो सकता है।
क्या है WMF वॉच लिस्ट ?
वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड ने 1996 में वॉच लिस्ट शुरू की थी। तब से, इसने लगभग 350 साइटों की सुरक्षा के लिए 120 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान दिया है। वॉच लिस्ट में शामिल साइटों को अतिरिक्त 300 मिलियन डॉलर का भी समर्थन मिलता है। गाजा पट्टी में इजरायल के युद्ध और क्षेत्र की मस्जिदों व चर्चों को हो रहे नुकसान के चलते इसे सूची में जोड़ा गया है। यूक्रेन-रूस युद्ध से प्रभावित कीव का यह ऐतिहासिक भवन युद्ध की विभीषिका का प्रतीक है।
वैज्ञानिक और कमर्शियल गतिविधियां चुनौती
चंद्रमा पर बढ़ रही वैज्ञानिक और कमर्शियल गतिविधियां उसकी धरोहर के लिए गंभीर चुनौती हैं। यदि संरक्षण के उचित उपाय नहीं किए गए, तो यह हमारे इतिहास और मानवता की सबसे बड़ी उपलब्धि के निशान खोने का कारण बन सकता है। WMF का यह कदम चांद पर मौजूद धरोहरों की रक्षा के लिए वैश्विक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।