Edited By Parveen Kumar,Updated: 16 Nov, 2024 06:28 PM
गुजरात के राजकोट में ओरेवा ग्रुप के प्रमोटर और मोरबी पुल हादसे के मुख्य आरोपी जयसुख पटेल का सम्मान किया गया। 30 अक्टूबर 2022 को हुए इस हादसे में 135 लोगों की मौत हुई थी, और इस हादसे के लिए पटेल को जिम्मेदार ठहराया गया था। बाद में पुलिस ने उन्हें...
नेशनल डेस्क : गुजरात के राजकोट में ओरेवा ग्रुप के प्रमोटर और मोरबी पुल हादसे के मुख्य आरोपी जयसुख पटेल का सम्मान किया गया। 30 अक्टूबर 2022 को हुए इस हादसे में 135 लोगों की मौत हुई थी, और इस हादसे के लिए पटेल को जिम्मेदार ठहराया गया था। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। अब, राजकोट में पाटीदार समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उनका सम्मान किया गया।
समारोह के दौरान जयसुख पटेल को मोदक तुला (लड्डुओं से तौला गया) सम्मान दिया गया। इसके बाद इन लड्डुओं को 60,000 लिफाफों में पैक कर लोगों में बांट दिया गया। कार्यक्रम में कई नेता, उद्योगपति और सामुदायिक नेता शामिल हुए। इस दौरान देवी उमिया मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भी हुआ और सामुदायिक विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया।
कोर्ट से मिली थी अनुमति: जयसुख पटेल पर मोरबी जिले में एंट्री पर बैन था, लेकिन उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तीन दिन की कोर्ट से अनुमति मिली थी। हालांकि, वे मोरबी में सिर्फ तीन दिन के लिए प्रवेश कर सकते थे, जबकि उन्होंने पांच दिन की अनुमति मांगी थी। इसके बावजूद दूसरे पक्ष ने उनका विरोध किया था।
मोरबी पुल हादसा: मोरबी पुल का गिरना 30 अक्टूबर 2022 को हुआ था। इस पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी जयसुख पटेल की कंपनी पर थी। हादसे के बाद पटेल तीन महीने तक फरार रहे, लेकिन बाद में उन्होंने 31 जनवरी 2023 को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में उन्हें जमानत दी, लेकिन ट्रायल कोर्ट की शर्तों के अनुसार उनका मोरबी में प्रवेश पर रोक थी।