Edited By Mahima,Updated: 24 Mar, 2025 02:01 PM

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने जालंधर जिले में दिल्ली-जम्मू-कटड़ा एक्सप्रेस-वे और रिंग रोड के 110 किलोमीटर क्षेत्र में 2,19,780 पौधे लगाने की योजना बनाई है। डिवाइडर और किनारों पर पौधों को सावधानीपूर्वक लगाया जाएगा। परियोजना पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होंगे...
नेशनल डेस्क: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने जालंधर जिले में दिल्ली-जम्मू-कटड़ा एक्सप्रेस-वे और रिंग रोड के 110 किलोमीटर क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने के लिए एक बड़ी पौधरोपण योजना तैयार की है। इस योजना के तहत कुल 2,19,780 पौधे लगाए जाएंगे। इनमें से कुछ पौधे डिवाइडर के बीच की जगह में लगाए जाएंगे, जबकि अन्य रोड के दोनों किनारों पर लगाए जाएंगे। इस योजना के तहत, हर एक किलोमीटर के दायरे में डिवाइडर के बीच 666 पौधे और रोड के दोनों किनारों पर 1332 पौधे लगाए जाएंगे। इस तरह, पूरा दिल्ली-जम्मू-कटड़ा एक्सप्रेस-वे और रिंग रोड क्षेत्र हरा-भरा दिखाई देगा। जब हाईवे का निर्माण पूरा होता जाएगा, तो साथ ही पौधरोपण का काम भी तेजी से किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क पर हरियाली बनी रहे।
NHAI के कर्मचारियों के मुताबिक, इस परियोजना पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है। हालांकि, अगर इन पौधों को खुद तैयार किया जाता है तो इसकी लागत आधी हो सकती है। फिलहाल, हाईवे पर सड़क निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर है, लेकिन कुछ स्थानों पर नर्सरी के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश की जा रही है, ताकि वहां से पौधों को उगाकर हाईवे के किनारे लगाए जा सकें। इस परियोजना में खासतौर पर दिल्ली-जम्मू-कटड़ा एक्सप्रेस-वे के किनारों पर पौधरोपण को प्राथमिकता दी जा रही है, क्योंकि यह रूट काफी लंबा है और यहां पर लगाए गए पौधों की देखभाल के लिए संबंधित इलाके और जिले के कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। ताकि इन पौधों की अच्छे से देखभाल की जा सके और वे मुरझाएं नहीं।
पौधों का चयन इस तरह से किया जाएगा कि यह पर्यावरण के अनुकूल हों। हाईवे के मेडियन (डिवाइडर) और किनारों पर लगाए जाने वाले पौधों के बीच का गैप 3 मीटर का होगा। इसके अलावा, इन पौधों में छांवदार, फलदार और सुंदर फूलों के पौधे शामिल होंगे, ताकि न केवल पर्यावरण को लाभ हो, बल्कि हाईवे के किनारे चलने वाले यात्रियों को एक हरा-भरा और सुंदर दृश्य भी देखने को मिले। मेडियन में लगाए जाने वाले पौधों की ऊँचाई लगभग 5 फीट होगी, ताकि रात के समय हाईवे पर वाहनों की लाइटें दूसरी तरफ से आ रहे वाहन चालकों की आंखों में न पड़े। इस तरह की व्यवस्था से न केवल रास्ते की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यात्री सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। NHAI के कर्मचारियों ने बताया कि पौधों की गिनती पूरी तरह से रिकॉर्ड की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पौधे सही जगहों पर लगाए जाएं। इसके साथ ही पौधों की देखभाल के लिए विशेषज्ञ टीम बनाई जाएगी, जो उन्हें समय-समय पर पानी, खाद और अन्य आवश्यक चीजों से सुसज्जित करेगी।