Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Jun, 2024 11:14 PM
![mps are also troubled due to heavy rains in delhi water entered many houses](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_23_13_5441061909-ll.jpg)
मानसून की पहली बारिश में ही दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में पानी भर गया जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, जहां कई मंत्रियों और सांसदों का आवास है।
नेशनल डेस्क : मानसून की पहली बारिश में ही दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में पानी भर गया जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, जहां कई मंत्रियों और सांसदों का आवास है। भारी बारिश के बाद जलभराव से सांसदों को संसद पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जलभराव के कारण सांसदों ने कई तरीके अपनाए जिनमें पतलून समेटना, जूते हाथ में लेकर चलना और अपने सहायकों द्वारा उठाकर कार तक ले जाना आदि शामिल हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह "बिना नाव के संसद नहीं पहुंच पाएंगे।'' अपने आवास के बाहर कमर तक पानी जमा होने की तस्वीरें साझा करते हुए थरूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, "यह लुटियंस दिल्ली में मेरे घर के ठीक बाहर का हिस्सा है। सुबह उठने पर मैंने देखा कि मेरा पूरा घर एक फुट पानी में डूबा हुआ है - हर कमरा। कालीन और फर्नीचर, यहां तक कि जमीन पर रखी हर चीज बर्बाद हो गई है।''
उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि नालियां जाम हो गई हैं, इसलिए पानी के बाहर निकलने के लिए कोई जगह नहीं है। और उन्होंने लोगों को करंट लगने के डर से सुबह 6 बजे ही बिजली बंद कर दी। मैंने अपने संसद सहयोगियों से कहा कि मैं नाव के बिना वहां नहीं पहुंच सकूंगा। लेकिन सड़कों से पानी निकाल लिया गया और मैं समय पर पहुंच गया।" थरूर ने दावा किया कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने स्थिति का जायजा लिया और इस मुद्दे से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की, उन्होंने कहा, ‘‘आश्चर्यचकित और प्रभावित हूं कि इस ट्वीट के कुछ ही मिनट बाद दिल्ली के उपराज्यपाल का फ़ोन आया! विनम्र वी के सक्सेना ने केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारियों के विभाजन से उत्पन्न बाधाओं को समझाया।''
उन्होंने कहा, "वह समझते हैं कि मुख्य समस्या बंद नालियों को साफ करने में नाकामी है... उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी शक्ति के तहत सब कुछ करने का संकल्प लिया। एक कर्तव्यनिष्ठ सिविल सेवक को सलाम।" चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह संसद जाते समय अपने जूते हाथ में लिए हुए हैं और अपने आवास के परिसर में जमा पानी से गुजरते हुए अपनी पतलून को ऊपर चढ़ा रखा है।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव के लोधी एस्टेट स्थित आवास के परिसर में भी बारिश का पानी जमा हो गया। दो लोगों की मदद से सांसद अपनी कार तक गए। भारी बारिश के बाद दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का मथुरा रोड स्थित आवास भी जलमग्न हो गया। इस बीच नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने आरोप लगाया कि लुटियंस दिल्ली में जलभराव की समस्या पीडब्ल्यूडी पंपों की खराबी के कारण बढ़ गई। इसके लिए एनडीएमसी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा।
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, जो एनडीएमसी के अध्यक्ष भी हैं, ने स्थिति का जायजा लेने के लिए भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने कहा, "आज, अपेक्षा से अधिक भारी बारिश और उसके परिणामस्वरूप हुए जलभराव के कारण दिल्ली के निवासियों को हुई असुविधा के लिए मुझे खेद है।" एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा प्रबंधित पंपों की खराबी के कारण मिंटो रोड पर जलभराव बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि लोधी कॉलोनी और गोल्फ लिंक में, पीडब्ल्यूडी द्वारा प्रबंधित पंप भी खराब हो गए जिससे काफी पानी जमा हो गया। उन्होंने दावा किया कि एनडीएमसी और दिल्ली नगर निगम की सीमाएं जहां मिलती हैं, वहां स्थिति और भी खराब है। इस आरोप पर दिल्ली सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 228 मिमी बारिश हुई।