Edited By Rohini Oberoi,Updated: 08 Apr, 2025 11:20 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने के मौके पर लाभार्थियों से बातचीत की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने योजना की सफलता को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इस योजना ने लाखों लोगों को सशक्त बना कर उनके सपनों को हकीकत में...
नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने के मौके पर लाभार्थियों से बातचीत की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने योजना की सफलता को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इस योजना ने लाखों लोगों को सशक्त बना कर उनके सपनों को हकीकत में बदला है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत सरकार अब तक लगभग 33 लाख करोड़ रुपये का बिना गारंटी वाला ऋण वितरित कर चुकी है।
"वित्त मंत्री बगल में ही हैं, बोल दूंगा इनकम टैक्स वाले नहीं आएंगे"
प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से सीधे संवाद करते हुए कुछ हल्की-फुल्की बातें भी की। उन्होंने एक लाभार्थी से उसकी आय के बारे में पूछा जिस पर वह झिझकने लगे। तब प्रधानमंत्री ने मजाकिया अंदाज में कहा, "वित्त मंत्री मेरे पास बैठे हैं उन्हें बोल दूंगा कि इनकम टैक्स वाले नहीं आएंगे," यह सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।
PM ने दी बधाई, कहा - कुछ भी असंभव नहीं है
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी एक संदेश साझा किया जिसमें उन्होंने मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने पर बधाई दी। उन्होंने लिखा, "आज हम जब मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं जिनके जीवन में इस योजना के कारण बदलाव आया है। इस दशक में मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदला है और उन लोगों को सशक्त किया है जिन्हें पहले वित्तीय सहायता के बिना अनदेखा किया जाता था। यह इस बात का उदाहरण है कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है!"
70% लाभार्थी महिलाएं, आधे लाभार्थी SC, ST और OBC समुदाय से
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि मुद्रा योजना का सबसे उत्साहजनक पहलू यह है कि इसमें 70% से अधिक लाभार्थी महिलाएं हैं। इसके अलावा इस योजना के लाभार्थियों में से आधे एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों से आते हैं। पीएम मोदी ने कहा, "हर मुद्रा ऋण अपने साथ सम्मान, स्वाभिमान और अवसर लेकर आता है। यह योजना केवल वित्तीय समावेशन नहीं बल्कि सामाजिक समावेशन और आर्थिक स्वतंत्रता भी सुनिश्चित करती है।"
मुद्रा योजना की सफलता और योगदान
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को की गई थी और तब से लेकर अब तक इस योजना ने देश के छोटे व्यवसायियों और उद्यमियों को बिना गारंटी के ऋण देने का अवसर प्रदान किया है। इस योजना के जरिए करोड़ों लोगों को अपना व्यवसाय शुरू करने का मौका मिला है जो पहले बैंक से ऋण प्राप्त करने में सक्षम नहीं थे। इसने विशेष रूप से महिलाओं एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के लिए एक अवसर के रूप में काम किया है।