Edited By Pardeep,Updated: 30 Mar, 2025 05:40 AM

उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग के एक शूटर को एनकाउंटर में मार गिराया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और झारखंड पुलिस ने मिलकर जमशेदपुर में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें अनुज कन्नौजिया को मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया...
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग के एक शूटर को एनकाउंटर में मार गिराया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और झारखंड पुलिस ने मिलकर जमशेदपुर में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें अनुज कन्नौजिया को मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया गया। अनुज कन्नौजिया पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित था।
इस एनकाउंटर की शुरुआत तब हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि अनुज कन्नौजिया, जो कई गंभीर अपराधों में शामिल था, वहां छिपा हुआ है। एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने संयुक्त रूप से उसे गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी की, लेकिन जैसे ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी हुई, जिसमें अंततः कन्नौजिया मारा गया।
अनुज कन्नौजिया का आपराधिक इतिहास
अनुज कन्नौजिया पर विभिन्न जिलों में कुल 23 गंभीर अपराधों के मुकदमे दर्ज थे। मऊ जिले में इस पर सबसे ज्यादा 6 मामले थे, जिसमें हत्या, लूट, और अन्य संगीन अपराध शामिल थे। कन्नौजिया कई सालों से फरार था और पुलिस उसकी तलाश में लगातार जुटी हुई थी। इसके खिलाफ विभिन्न इलाकों में उसकी कुख्याति काफी बढ़ चुकी थी, और उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम रखा गया था।
एनकाउंटर का नेतृत्व और डिप्टी एसपी डीके शाही की घायल होने की खबर
इस मुठभेड़ का नेतृत्व यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी, डीके शाही ने किया। डीके शाही की बहादुरी और कड़ी कार्रवाई के कारण उनका नाम यूपी पुलिस के उन अधिकारियों में शामिल है, जो हमेशा खबरों में रहते हैं। इस एनकाउंटर के दौरान डीके शाही भी घायल हो गए और उन्हें गोली लगी। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
डीके शाही का नाम पहले भी कई बार विवादों में आ चुका है। एक बार तो उनके एक एनकाउंटर के दौरान चप्पल में उनकी फोटो वायरल हो गई थी, जिससे वह काफी चर्चा में आए थे। हालांकि, उनकी बहादुरी और दबंग कार्रवाई के कारण वह पुलिस महकमे में एक चर्चित और प्रभावशाली अधिकारी के रूप में माने जाते हैं।