Edited By Pardeep,Updated: 19 Dec, 2024 12:09 AM
नीलकमल नाव पलटने की घटना के संबंध में नौसेना स्पीडबोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 106(1), 125 (ए) (बी), 282, 324 (3)(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में जीवित बचे नाथाराम चौधरी की शिकायत पर यह...
नेशनल डेस्कः नीलकमल नाव पलटने की घटना के संबंध में नौसेना स्पीडबोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 106(1), 125 (ए) (बी), 282, 324 (3)(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में जीवित बचे नाथाराम चौधरी की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें महाराष्ट्र में मुंबई तट के समीप बुधवार को नौसेना के एक पोत के एक नौका से टकराने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई जबकि 99 अन्य लोगों को बचा लिया गया। नौसेना ने यह जानकारी दी। नौसेना की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि नौसेना का पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था, लेकिन तभी शाम चार बजे इसने नियंत्रण खो दिया और करंजा के पास यह नीलकमल नामक नौका से टकरा गया। यह नौका यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया से लोकप्रिय पर्यटन स्थल ‘एलीफेंटा' द्वीप पर लेकर जा रही थी।
नौसेना ने कहा, ‘‘नौसेना ने तटरक्षक बल और समुद्री पुलिस के समन्वय से खोज एवं बचाव प्रयास तुरंत शुरू किए। बचाव अभियान में नौसेना के चार हेलीकॉप्टर, नौसेना की 11 नौकाएं, तटरक्षक बल की एक नौका और समुद्री पुलिस की तीन नौकाओं की मदद ली गई।'' इसमें कहा गया, ‘‘नौसेना और अन्य जहाजों की मदद से जीवित बचे लोगों को आसपास की जेटी पर पहुंचाया गया और फिर उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया। अब तक 99 लोगों को बचाया जा चुका है।'' नौसेना ने बताया कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें नौसेना का एक कर्मचारी और नौसेना के जहाज में सवार ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) के दो लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान के साथ-साथ सभी कर्मचारियों का लेखा-जोखा भी तैयार किया जा रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में मीडिया को बताया कि इस घटना में 101 लोगों को बचा लिया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुंबई बंदरगाह में नौसेना के पोत के एक नौका से टकरा जाने के कारण लोगों की जान जाने से बहुत दुःखी हूं। इस घटना में घायल हुए लोगों का तत्काल इलाज किया जा रहा है।'' सिंह ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। लापता व्यक्तियों का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा व्यापक खोज एवं बचाव अभियान जारी है तथा कई संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।''
फडणवीस ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे तक नौसेना के चिकित्सकों ने 10 नागरिकों और नौसेना के तीन कर्मियों समेत 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। नौसेना के गंभीर रूप से घायल दो कर्मियों को नौसेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फडणवीस ने इस त्रासदी में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
महाराष्ट्र में हुई इस घटना के बाद बुधवार को पुलिस ने दक्षिण मुंबई के लोकप्रिय स्थल गेटवे ऑफ इंडिया पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी और नौका सेवाओं को निलंबित कर दिया। हालांकि, मुंबई-अलीबाग नाव सेवाओं का परिचालन शाम तक जारी रहा। आम तौर पर यह स्थल शाम के समय पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है, लेकिन बुधवार की शाम यहां माहौल पूरी तरह शांत रहा। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने एक बयान में कहा कि उसके जवानों ने 56 लोगों को बचाया।