Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Dec, 2024 09:06 AM
मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा के बीच बड़ा हादसा हो गया। बुधवार शाम नेवी की एक स्पीड बोट ने नीलकमल नाम की फेरी को टक्कर मार दी, जिससे फेरी पलट गई। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 115 लोगों को रेस्क्यू किया गया। दो लोग अभी...
नेशनल डेस्क: मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा के बीच बड़ा हादसा हो गया। बुधवार शाम नेवी की एक स्पीड बोट ने नीलकमल नाम की फेरी को टक्कर मार दी, जिससे फेरी पलट गई। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 115 लोगों को रेस्क्यू किया गया। दो लोग अभी भी लापता हैं और दो की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन:
घटना के तुरंत बाद भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और मरीन पुलिस ने मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। चार हेलिकॉप्टर और 11 जहाजों की मदद से यात्रियों को बचाया गया। हादसे के समय फेरी में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
नेवी ने क्या कहा?
नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के वक्त स्पीड बोट का इंजन ट्रायल चल रहा था। इंजन में गड़बड़ी के कारण चालक का नियंत्रण हट गया और टक्कर हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि स्पीड बोट का चालक स्टंट कर रहा था, जिससे हादसा हुआ।
एफआईआर दर्ज, जांच जारी:
इस मामले में पुलिस ने नेवी के स्पीड बोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
समंदर में मची चीख-पुकार:
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के बाद समंदर में अफरा-तफरी मच गई। लोग पानी में मदद के लिए चिल्ला रहे थे। रेस्क्यू में महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता दी गई। इस हादसे ने सुरक्षा उपायों और नौका संचालन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।