Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Feb, 2025 08:15 AM

मुंबई में एक म्यूजिक टीचर के खिलाफ चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शेयर बाजार में पैसा गंवाने के बाद उसने आर्थिक तंगी से बचने के लिए अवैध कारोबार का रास्ता अपना लिया। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और मुंबई पुलिस ने संयुक्त अभियान में नकली नोट छापने...
नेशनल डेस्क: मुंबई में एक म्यूजिक टीचर के खिलाफ चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शेयर बाजार में पैसा गंवाने के बाद उसने आर्थिक तंगी से बचने के लिए अवैध कारोबार का रास्ता अपना लिया। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और मुंबई पुलिस ने संयुक्त अभियान में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में विक्रोली इलाके से 1,800 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
कैसे हुआ भंडाफोड़?
DRI की मुंबई शाखा और पुलिस ने विक्रोली में छापेमारी कर गिरोह का पर्दाफाश किया। इस दौरान 50 रुपये के 34 और 100 रुपये का एक नकली नोट बरामद हुआ। आरोपी की पहचान कुलबीर वाड के रूप में हुई, जो एक म्यूजिक टीचर होने के साथ-साथ स्टॉक ट्रेडिंग भी करता था। जब उसे बाजार में बड़ा नुकसान हुआ, तो उसने पैसे की भरपाई के लिए नकली नोट छापने का धंधा शुरू कर दिया।
12 दिन पहले किराए पर लिया था कमरा
जांच में पता चला कि आरोपी ने 12 दिन पहले ही विक्रोली में एक 10×10 फीट का कमरा किराए पर लिया था, लेकिन अभी किराये की औपचारिकताएं पूरी भी नहीं हुई थीं कि पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई। अधिकारियों ने बताया कि जब्त किए गए नोट पहली नजर में फोटोकॉपी की तरह दिख रहे थे।
कानूनी शिकंजा
DRI की शिकायत के आधार पर पार्कसाइट पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 178 (नकली मुद्रा, सिक्के, सरकारी टिकट और बैंक नोट) और धारा 179 (नकली मुद्रा और सरकारी टिकटों का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को पहले से इस गिरोह के बारे में खुफिया जानकारी थी, जिसके आधार पर छापेमारी कर नकली नोट छापने का पर्दाफाश किया गया। अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि क्या वह किसी बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ था या अकेले ही इस धंधे को चला रहा था।