Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Jan, 2025 11:03 AM
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए। उनके शरीर पर सिर के 15 चोट के निशान, टूटे हुए लीवर के चार टुकड़े, पांच पसलियों की हड्डियां और एक टूटी हुई गर्दन मिली। इतना ही नहीं, उनकी हार्ट की...
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए। उनके शरीर पर सिर के 15 चोट के निशान, टूटे हुए लीवर के चार टुकड़े, पांच पसलियों की हड्डियां और एक टूटी हुई गर्दन मिली। इतना ही नहीं, उनकी हार्ट की स्थिति भी बहुत खराब थी।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने अपने 12 साल के करियर में ऐसी बेरहमी से की गई हत्या पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने यह भी बताया कि इस जघन्य अपराध में दो या दो से ज्यादा हमलावरों का हाथ हो सकता है।
मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोप में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार किया गया है। एसआईटी ने उसे हैदराबाद से पकड़ा। 3 जनवरी को मुकेश का शव सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ था, जो ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संपत्ति पर स्थित था। मुकेश एक जनवरी से लापता थे, और पुलिस की जांच के दौरान वहां से शव की पहचान की गई।
मुकेश चंद्राकर ने सुरेश चंद्राकर के करप्शन को उजागर किया था, जो बस्तर में एक सड़क निर्माण परियोजना के तहत 120 करोड़ का ठेका ले चुका था। उनकी हत्या के बाद ठेकेदार के खिलाफ जांच शुरू की गई थी। मुकेश के आखिरी कॉल की जांच में सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश का नाम सामने आया, और इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया था। पुलिस को संदेह था कि मुकेश के शव को टैंक में डालकर प्लास्टर किया गया था।